देवेंद्र यादव आखिरकार दिल्ली प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष बन गए। उनको बनना ही था क्योंकि राहुल गांधी और प्रियंका गांधी वाड्रा दोनों उनको पसंद करते हैं। पिछली बार भी जब अरविंदर सिंह लवली को प्रदेश अध्यक्ष बनाया गया था तब देवेंद्र यादव के नाम की चर्चा थी। लेकिन आम आदमी पार्टी को पंजाब में मिली जीत को देखते हुए कांग्रेस के सामने कुछ मजबूरी थी, जिससे लवली को मौका मिला। अब खुद लवली ने इस्तीफा दे दिया तो कांग्रेस नेताओं को मौका मिल गया कि वे देवेंद्र यादव को अध्यक्ष बनवा दें। राहुल और प्रियंका के हर फैसले पर दिल्ली में अमल कराने वाले पूर्व केंद्रीय मंत्री अजय माकन पिछले कुछ समय से देवेंद्र यादव के लिए प्रयास कर रहे थे।
सो, लवली के इस्तीफे के बाद यादव को कार्यकारी अध्यक्ष बनाया गया। इसके साथ ही वे पंजाब के प्रभारी भी बने रहेंगे। ध्यान रहे पंजाब का प्रभारी बनने से पहले वे उत्तराखंड के प्रभारी थे। 2022 के विधानसभा चुनाव में वे वहां के प्रभारी थे। उनको लेकर अनगिनत शिकायतें कांग्रेस आलाकमान को मिली। पार्टी के बड़े नेताओं ने बताया कि देवेंद्र यादव दिल्ली में बैठ कर उत्तराखंड की राजनीति संभालते हैं। वे हरीश रावत सहित सभी बड़े नेताओं की बैठक दिल्ली में बुलाते थे। इन शिकायतों का कोई असर नहीं हुआ। कांग्रेस उत्तराखंड हारी तो देवेंद्र यादव पंजाब के प्रभारी बना दिए गए और अब दिल्ली के प्रदेश अध्यक्ष हो गए।