delhi election 2025: समाजवादी पार्टी और तृणमूल कांग्रेस ने कांग्रेस पार्टी को दबाव में ला दिया है। सपा की ओर से ऐलान किया गया कि उसके राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव दिल्ली में अरविंद केजरीवाल के साथ रोड शो करेंगे।
इसी तरह तृणमूल कांग्रेस की ओर से फिल्म स्टार और आसनसोल के सांसद शत्रुघ्न सिन्हा को दिल्ली में चुनाव प्रचार के लिए भेजने का फैसला हुआ।
शत्रुघ्न सिन्हा एक फरवरी से दिल्ली में प्रचार करेंगे। गौरतलब है कि वे दिल्ली से लोकसभा का चुनाव भी लड़ चुके हैं।(delhi election 2025)
हालांकि कांग्रेस के राजेश खन्ना के हाथों वे हार गए थे। फिर भी वे दिल्ली की राजनीति जानते हैं और बिहार व पूर्वांचल के मतदाताओं पर उनका असर है।
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हालांकि अखिलेश यादव और शत्रुघ्न सिन्हा के चुनाव प्रचार में उतरने का मकसद आप को वोट का फायदा कराना नहीं है। उसका बड़ा मकसद कांग्रेस को दबाव में लाना है।
ये दोनों पार्टियां कांग्रेस के हाथ से ‘इंडिया’ ब्लॉक का नेतृत्व छीनने की राजनीति में भी शामिल रही हैं। दिल्ली में आम आदमी पार्टी का समर्थन करके दोनों पार्टियों ने अपने को असली सेकुलर पार्टी साबित किया है और यह भी दिखाया है कि भाजपा उनकी सबसे बड़ी प्रतिद्वंद्वी है।(delhi election 2025)
जबकि कांग्रेस दिल्ली में आम आदमी पार्टी को सबसे बड़ा प्रतिद्वंद्वी मान रही है। हालांकि आप हो या सपा, तृणमूल जैसी कोई भी पार्टी उनके लिए दिल्ली का फैसला दोधारी तलवार साबित होने वाला है।
अगर कांग्रेस वोट काट कर आप को हरा देती है और भाजपा जीत जाती है तो कांग्रेस की तलवार इन पार्टियों की गर्दन पर लटकी रहेगी और इनको कांग्रेस के बारे में नए सिरे से अपनी रणनीति बनानी होगी।
अगर कांग्रेस इतने वोट नहीं काट पाती है कि भाजपा जीते और आप जीत जाती तो इन पार्टियों की स्थिति मजबूत होगी और कांग्रेस पूरी तरह से बैकफुट पर आ जाएगी।(delhi election 2025)