जनता दल यू और भाजपा बिहार में एक साथ हैं। दोनों का तालमेल बिहार तक ही सीमित रहा है। लेकिन इस साल झारखंड विधानसभा चुनाव में भाजपा ने जदयू को दो सीटें दीं, जिसमें से एक सीट पर सरयू राय चुनाव जीते। दूसरी सीट जदयू हार गई। भाजपा ने झारखंड में चिराग पासवान की पार्टी को भी एक सीट दी थी, जिस पर उनका उम्मीदवार जीता। तभी अब सवाल उठ रहा है कि क्या दिल्ली में भी भाजपा की ओर से जदयू को एक या दो सीटें देकर गठबंधन में रखा जाएगा और अगर जदयू को सीट दी जाती है तो क्या चिराग पासवान सीट नहीं मांगेंगे? अगर वे भी सीट मांगते हैं तो भाजपा क्या करेगी? जानकार सूत्रों का कहना है कि जदयू को दिल्ली में साथ में चुनाव लड़ाया जा सकता है। Delhi election
Also Read: पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह का निधन
बताया जा रहा है कि भाजपा को पूर्वांचल का वोट साथ लाने के लिए जदयू की जरुरत है। असल में आम आदमी पार्टी ने भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा के एक बयान को मुद्दा बना दिया है। आप के मुताबिक नड्डा ने कहा है कि पूर्वांचली, रोहिंग्या और बांग्लादेशियों की वजह से दिल्ली की स्थिति खराब है। अरविंद केजरीवाल ने यह प्रचार शुरू किया है कि भाजपा ने पूर्वांचलियों की तुलना रोहिंग्या और बांग्लादेशियों से की है।
जनता दल यू ने इस मामले में जवाब दिया है और भाजपा व नड्डा का समर्थन करते हुए केजरीवाल पर हमला किया। जदयू की ओर से केंद्रीय मंत्री राजीव रंजन सिंह उर्फ ललन सिंह और पार्टी के कार्यकारी अध्यक्ष संजय झा ने प्रेस कॉन्फ्रेंस करके भाजपा का समर्थन किया और पूर्वांचलियों की दुर्दशा के लिए केजरीवाल को जिम्मेदार ठहराया। इससे पहले जदयू ने अंबेडकर पर दिए अमित शाह के बयान के मसले पर भी केजरीवाल की ओर से नीतीश कुमार को लिखी गई चिट्ठी का तीखा जवाब दिया था और अमित शाह का बचाव किया था।