Delhi election: आम आदमी पार्टी सचमुच इस बार दिल्ली में मुश्किल लड़ाई में फंसी है। पार्टी के जानकार नेताओं का कहना है कि मनीष सिसोदिया की सीट बदल कर उनको पटपड़गंज से जंगपुरा भेजने के बावजूद सीट को लेकर पार्टी भरोसे में नहीं है।
तीन बार से सिसोदिया पटपड़गंज से जीत रहे थे लेकिन पिछली बार की कांटे की लड़ाई को देखते हुए पार्टी ने उनकी सीट बदल कर ज्यादा सुरक्षित दक्षिण दिल्ली के जंगपुरा लड़ने भेजा। वहां कांग्रेस ने पूर्व पार्षद फरहाद सूरी को उम्मीदवार बना दिया है।
भाजपा ने अभी अपना उम्मीदवार घोषित नहीं किया है लेकिन आप को लग रहा है कि सूरी मुस्लिम वोट काट सकते हैं।
वे दिल्ली के मेयर रहे हैं और उनकी मां त ताजदार बाबर विधायक होती थीं। मुस्लिम समुदाय में परिवार की अपनी पकड़ है। अगर मुस्लिम वोट बंटा तो फायदा भाजपा को होगा।
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तभी आम आदमी पार्टी ने कहना शुरू कर दिया है कि फरहाद सूरी के चुनाव लड़ने का खर्च भाजपा उठा रही है। तरह तरह के प्रचार किए जा रहे हैं ताकि मुस्लिम वोट उनकी ओर जाने से रोका जाए।
लेकिन पार्टी को कामयाबी नहीं मिल रही है। इसी तरह नई दिल्ली से कांग्रेस के उम्मीदवार संदीप दीक्षित को लेकर भी आप की ओर से ऐसा ही प्रचार किया जा रहा है।
कहा जा रहा है कि उनके चुनाव का खर्च भाजपा उठा रही है। संदीप दीक्षित ने आरोप लगाया है कि उनके पीछे पंजाब पुलिस लगाई गई है और उनकी जासूसी कराई जा रही है।
नई दिल्ली सीट पर भाजपा की ओर से पूर्व मुख्यमंत्री साहिब सिंह वर्मा के बेटे और पूर्व सांसद प्रवेश वर्मा के लड़ने की चर्चा है। उनके नाम की घोषणा के पहले से ही आप ने उनके खिलाफ प्रचार शुरू कर दिया है।
मुख्यमंत्री आतिशी ने एक वीडियो प्रसारित किया, जिसमें वे कुछ गरीब महिलाओं को पैसे दे रहे थे। आप का आरोप है कि वोट खरीदने के लिए वे पैसे बांट रहे हैं।(Delhi election)
सोचें, उम्मीदवारी की घोषणा से पहले इस तरह कौन वोट खरीदने के लिए पैसे बांटता है! पर इससे आप की परेशानी जाहिर होती है।