भारतीय जनता पार्टी दिल्ली में उम्मीदवारों की घोषणा में देरी कर रही है। अब उसने 21 सदस्यों की एक कमेटी बनाई है और कहा जा रहा है कि 25 दिसंबर के आसपास उम्मीदवारों की पहली सूची आ सकती है। दूसरी ओर आम आदमी पार्टी ने सभी 70 सीटों पर उम्मीदवारों की घोषणा कर दी है और इस काम में हमेशा पीछे रहने वाली कांग्रेस पार्टी ने भी 21 उम्मीदवारों की पहली सूची जारी कर दी है। Delhi asseimbly election
भाजपा आमतौर पर इसमें सबसे आगे रहती है लेकिन उसने प्रत्याशियों की घोषणा शुरू नहीं की है और न उम्मीदवारों के चयन की प्रदेश स्तर की सामान्य प्रक्रिया शुरू की है। सवाल है कि ऐसा क्यों है?
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जानकार सूत्रों का कहना है कि भाजपा ने अपनी तैयारी कर ली है। उसने कई स्तर के सर्वे करा कर उम्मीदवारों के नाम तय कर लिए हैं। कई सीटों पर मुख्य उम्मीदवार के साथ साथ वैकल्पिक उम्मीदवार का नाम भी तय किया गया है। जिस रणनीति पर प्रशांत किशोर बिहार में कम कर रहे हैं उसी रणनीति पर दिल्ली में भाजपा तैयारी कर रही है। उसने ज्यादातर सीटों पर आम आदमी पार्टी और कांग्रेस से अलग समीकरण का उम्मीदवार उतारने की रणनीति बनाई है। इसलिए वह कांग्रेस की सूची आने का भी इंतजार कर रही है। Delhi asseimbly election
कहा जा रहा है कि जिन सीटों पर आप और कांग्रेस दोनों के उम्मीदवार घोषित हो गए हैं, उन 21 सीटों पर भाजपा का भी सिंगल नाम फाइनल हो गया है। मिसाल के तौर पर नई दिल्ली सीट पर अरविंद केजरीवाल और संदीप दीक्षित के मुकाबले भाजपा प्रवेश वर्मा को लड़ाएगी। वैश्य और ब्राह्मण के मुकाबले जाट उम्मीदवार लड़ाने का अपना समीकरण है।