दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल तीन महीने में होने वाले विधानसभा चुनाव की तैयारियों में लगे हैं। उनकी पदयात्राएं चल रही हैं और मनीष सिसोदिया सहित दूसरे कई नेता भी जमीन पर काम कर रहे हैं। इस बीच खबर है कि केजरीवाल बड़ी संख्या में विधायकों की टिकट काटने वाले हैं। उन्होंने अपनी सभाओं में इसका संकेत देना भी शुरू कर दिया है। असल में केजरीवाल की पार्टी के ज्यादातर विधायक लगातार दो या तीन बार से चुनाव जीत रहे हैं। इससे उनके खिलाफ एंटी इन्कम्बैंसी है तो लगातार तीन बार से सरकार बना रहे केजरीवाल के खिलाफ भी सत्ता विरोधी माहौल है।
अब केजरीवाल खुद को तो बदल नहीं सकते हैं आखिर व पार्टी के सुप्रीमो हैं और पहले ही कह दिया गया है कि आतिशी थोड़े दिन के लिए सीएम बनी हैं। चुनाव के बाद फिर केजरीवाल ही मुख्यमंत्री बनेंगे। इसलिए केजरीवाल की सरकार के खिलाफ जो भी एंटी इन्कम्बैंसी है उसे दूर करने के लिए विधायकों पर गाज गिरेगी। बताया जा रहा है कि केजरीवाल के यहां करीब 30 विधायकों की सूची बनी है, जिनके बारे में कहा जा रहा है कि ये चुनाव नहीं जीत सकते हैं। इन सबकी टिकट केजरीवाल काट सकते हैं। इस बार उन्होंने नए लोगों की पहचान की है, जिनको चुनाव लड़ाया जाएगा। नए उम्मीदवार चुनने की कसौटी यही है कि वे पार्टी के लिए काम करते हों और सामान्य पृष्ठभूमि के हों। केजरीवाल इस बार थोड़े से टिकट दूसरी पार्टियों से आने वाले नेताओं को भी देंगे। कांग्रेस और भाजपा दोनों से नेताओं को तोड़ कर वे अपनी पार्टी में शामिल करा रहे हैं।