कांग्रेस महासचिव और कांग्रेस कार्य समिति की सदस्य प्रियंका गांधी वाड्रा बेलगावी नहीं गई थीं। बेलगावी में कांग्रेस ने बड़ा आयोजन किया था। महात्मा गांधी के कांग्रेस अध्यक्ष बनने के एक सौ साल पूरे होने के मौके पर विशेष कार्य समिति बुलाई गई थी और उसके बाद कांग्रेस की एक बड़ी रैली भी होने वाली थी। मनमोहन सिंह के निधन की वजह से रैली टल गई लेकिन कांग्रेस कार्य समिति की बैठक हुई। बैठक में पार्टी ने कई अहम मुद्दों पर विचार किया। कांग्रेस संगठन को नया रूप रंग देने के साथ साथ उसे मजबूत करने और आगे की चुनौतियों के लिए तैयार करने का संकल्प किया गया।
परंतु कांग्रेस की इस विशेष कार्य समिति में सोनिया और प्रियंका गांधी वाड्रा की कमी सबको खटकने वाली थी। कहा गया कि सोनिया गांधी की सेहत ठीक नहीं है। हालांकि कांग्रेस कार्य समिति की बैठक के अगले दिन 27 दिसंबर को वे मनमोहन सिंह को श्रद्धांजलि देने उनके घर गई थीं। बहरहाल, वे बेलगावी नहीं गईं और उनका लिखित संदेश वहां पढ़ा गया। प्रियंका गांधी वाड्रा के नहीं जाने को लेकर दो बातें कही गईं। पहले कहा गया कि उनकी तबियत ठीक नहीं है। फिर यह कहा गया कि वे सोनिया गांधी की सेहत की वजह से नहीं गईं। हालांकि इनमें से कोई भी बात पूरी तरह से सही नहीं है। सोनिया गांधी की देखरेख करने का पूरा सिस्टम है। तभी साजिश थ्योरी बताने वाले कहने लगे हैं कि पार्टी के अंदर नया सत्ता केंद्र उभरने की चिंता में प्रियंका को महत्वपूर्ण कार्यक्रमों से दूर किया जा रहा है।