लोकसभा चुनाव, 2024 में भाजपा के बहुमत से पीछे रह जाने का असर कई जगह दिखाई दे रहा है, जिसमें एक जगह राष्ट्रीय स्वंयसेवक संघ भी है। नतीजों के बाद से ही संघ बहुत मुखर है और संघ प्रमुख से लेकर इसके अनेक विचारक कुछ न कुछ बयान देते रहते हैं। एक दूसरी चीज यह हुई है कि संघ और भाजपा की बैठकों की फ्रीक्वेंसी यानी आवृत्ति बढ़ गई है। अब जल्दी जल्दी बैठकें होने लगी हैं। इस बार के चुनाव से पहले ध्यान नहीं आ रहा है कि आखिरी बार कब संघ और भाजपा नेताओं की आला बैठक हुई थी। बैठक हुई भी होगी तो उसकी सूचना सार्वजनिक नहीं होती थी। लेकिन चुनाव नतीजों के बाद पिछले दो महीने में कम से कम दो बार बैठक होने की सूचना है।
ताजा बैठक सोमवार को हुई। राजधानी दिल्ली में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह के घर पर संघ और भाजपा की बैठक हुई, जिसमें भाजपा की ओर से राजनाथ सिंह के अलावा पार्टी अध्यक्ष जेपी नड्डा और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह शामिल हुए तो संघ की ओर से दत्तात्रेय होसबोले और अरुण कुमार ने हिस्सा लिया। बताया जा रहा है कि राज्यों के चुनावों के अलावा बांग्लादेश के हिंदुओं को लेकर भी चर्चा हुई। इसके अलावा भाजपा अध्यक्ष के बारे में भी बात हुई। कहा जा रहा है कि जल्दी ही एक कार्यकारी अध्यक्ष की नियुक्ति हो सकती है। गौरतलब है कि संघ की एक अहम बैठक केरल में होन वाली है। 31 अगस्त से दो सितंबर तक होने वाली इस बैठक से पहले दिल्ली में पांच घंटे तक हुई बैठक को कई कारणों से बहुत अहम माना जा रहा है।