बिहार में राज्यसभा की दो सीटें खाली हो रही हैं। एक सीट लालू प्रसाद की बेटी मीसा भारती के लोकसभा चुनाव जीतने की वजह से खाली हुई है और दूसरी सीट भाजपा के विवेक ठाकुर के लोकसभा चुनाव जीतने के कारण खाली हुई है। इन दोनों सीटों पर अलग अलग चुनाव होगा। भाजपा और जनता दल यू ने सहमति से मीसा भारती वाली सीट लोकसभा चुनाव हारे राष्ट्रीय लोक मोर्चा के नेता उपेंद्र कुशवाहा को दो दी है। इस सीट का चार साल का कार्यकाल बचा हुआ है। दूसरी विवेक ठाकुर वाली सीट पर भाजपा की ओर से कई नामों की चर्चा है, जिनमें एक नाम पूर्व केंद्रीय मंत्री आरके सिंह का है। वे आरा लोकसभा सीट पर चुनाव हार गए थे।
इस साल जनवरी में जब नीतीश कुमार ने राजद से नाता तोड़ कर भाजपा के साथ सरकार बनाई तब शक्ति परीक्षण हुआ था और नीतीश ने बहुमत साबित कर दिया था। तब लालू की पार्टी और कांग्रेस के कई विधायक सत्तापक्ष के साथ चले गए थे। अभी विधानसभा में एनडीए के 132 और विपक्ष के 106 विधायक हैं। पहले जो अंतर 10 सीटों का था वह अब बढ़ कर 26 सीट का हो गया है। पांच सीटें खाली हैं। इसका मतलब है कि एक सीट जीतने के लिए 120 वोट की जरुरत है। विपक्ष इसके आसपास भी नहीं है। फिर भी पटना में इस बात की चर्चा है कि लालू प्रसाद और तेजस्वी यादव राज्यसभा की दोनों सीटों पर उम्मीदवार उतार सकते हैं। कहा जा रहा है कि उनको भाजपा और जदयू दोनों के विधायक टूटने की उम्मीद है। हालांकि इसकी संभावना कम है। फिर भी चुनाव नजदीक आ रहे हैं तो लालू मुकाबला दिखाने के लिए उम्मीदवार दें तो हैरानी नहीं होगी।