बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार इन दिनों लालू प्रसाद और उनके परिवार के ऊपर निजी हमले कर रहे हैं। इससे पहले वे कभी निजी हमला नहीं करते थे। वे लालू प्रसाद और राबड़ी देवी के राज को जंगल राज बता कर राजनीति करते रहे हैं और उसी पर उनको वोट मिलता रहा है। इसलिए उनको लालू के ऊपर निजी हमला करने की जरुरत नहीं पड़ी। इस बार जब वे राजद से अलग हुए और भाजपा के साथ गए तब से वे लगातार निजी हमले कर रहे हैं। यहां तक कि उन्होंने लालू प्रसाद के ज्यादा बच्चे पैदा करने पर भी तंज किया। यह बात लोगों को हजम नहीं हो रही है।
जानकार सूत्रों का कहना है कि भाजपा के साथ लगातार संपर्क में रहने वाले जदयू नेता और एकाध अधिकारी इस तरह के बयान दिलवा रहे हैं। नीतीश कुमार पिछले कुछ दिनों से सार्वजनिक मंच पर भी ऐसी बातें करते रहे हैं, जो उनको नहीं करनी चाहिए। तभी उनकी सेहत का सवाल उठा। जब वे ब्रिटेन गए तो कहा गया कि वे भूलने की बीमारी का इलाज कराने गए हैं। हालांकि इस बारे में आधिकारिक तौर पर कुछ नहीं कहा जा सकता है। लेकिन जानकार सूत्रों का कहना है कि उनके करीबियों का एक समूह है, जो लालू प्रसाद से उनकी स्थायी दूरी बनवा देना चाहता है। उनको डर है कि कहीं लोकसभा चुनाव के बाद नीतीश फिर लालू के साथ न लौट जाएं। इसलिए ऐसे बयान दिलवाए जा रहे हैं कि रास्ता स्थायी तौर पर बंद हो।