बिहार में भारतीय जनता पार्टी सब कुछ नीतीश कुमार के हिसाब से कर रही है। भाजपा के सभी नेताओं ने नीतीश को नेता मान लिया है और अपने क्षेत्र में घूम कर प्रचार कर रहे हैं कि नीतीश के चेहरे पर ही अगला चुनाव लड़ा जाएगा। जानकार सूत्रों का कहना है कि पार्टी के सभी बड़े नेताओं को ऊपर से यानी सीधे प्रधानमंत्री के स्तर से निर्देश मिला है कि जैसे नीतीश कहें वैसा करना है। इसकी मिसाल पिछले दिनों देखने को मिली, जब एक मंत्री ने अपनी मनमर्जी चलाने की कोशिश की। जानकार सूत्रों का कहना है कि मंत्री की मनमर्जी की बात मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के पास पहुंची तो उसने उस मंत्री से कहा कि फोन करें क्या पीएम को?
सोचें, मुख्यमंत्री ने सीधे प्रधानमंत्री को फोन लगाने की बात कह दी। भाजपा के जानकार सूत्रों का कहना है कि उसके बाद से भाजपा के नेता और नीतीश सरकार के मंत्री और सतर्क हो गए हैं। य़ह मैसेज बन गया है कि प्रभारी या गृह मंत्री नहीं, बल्कि प्रधानमंत्री सीधे बिहार का मामला हैंडल कर रहे हैं। पता नहीं सीधे पीएम के बिहार हैंडल करने की बातों में सचाई कितनी है लेकिन यह सही है कि इस तरह की बातों से नीतीश कुमार ने भाजपा के ऊपर अपनी धाक बना ली है। शुरुआती दिनों में ऐसी ही स्थिति थी लेकिन 2020 में जदयू की स्थिति कमजोर होने के बाद हालात बदल गए थे और भाजपा के नेता नीतीश की बात नहीं सुनते थे, उलटे उनका मजाक उड़ाते थे। लेकिन 2024 के लोकसभा चुनाव ने हालात पूरी तरह से बदल दिए हैं।