Chirag Paswan केंद्रीय मंत्री हैं लेकिन अपने विभाग के कामकाज या अपनी पार्टी की राजनीतिक गतिविधियों से ज्यादा वे दूसरे कारणों से सोशल मीडिया में चर्चा में रहते हैं। पिछले दिनों उनकी पार्टी के स्थापना दिवस कार्यक्रम में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पहुंच गए थे। ऐसा आमतौर पर नहीं होता है। लेकिन नीतीश ने वहां जाकर कुछ मैसेज दिया। लेकिन उसके दो दिन बाद ही केंद्र सरकार ने संसद में जीतन राम मांझी को अगली पंक्ति में सीट दे दी।
बिहार से दो नेताओं को अगली कतार में सीट मिली है, एक राजीव रंजन सिंह उर्फ ललन सिंह हैं और दूसरेर जीतन राम मांझी हैं। ललन सिंह का पहली कतार में बैठना समझ में आता है क्योंकि वे 12 सांसदों के नेता हैं लेकिन मांझी तो अपनी पार्टी के अकेले सांसद हैं।
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असल में पिछले दिनों हुए उपचुनाव में इमामगंज सीट पर जीतन राम मांझी की बहू दीपा मांझी चुनाव लड़ी थीं। लेकिन गठबंधन सहयोगी होने के बावजूद Chirag Paswan उनके प्रचार में नहीं गए थे। वहां से प्रशांत किशोर की जनसुराज पार्टी से जितेंद्र पासवान उम्मीदवार थे, जिनको 37 हजार वोट आया। माना जा रहा है कि चिराग के इशारे पर पासवान वोट जनसुराज की ओर गया। उसके बाद जदयू नेता आनंद मोहन ने चिराग के ऊपर हमला करके गठबंधन के प्रति उनकी निष्ठा का मामला उठाया।
उसके बाद ही नीतीश कुमार उनके ऑफिस गए थे। सो, बिहार में एनडीए की राजनीति दिलचस्प होती जा रही है। दो दलित नेताओं के बीच टकराव है और गठबंधन की दोनों पार्टियां दो दलित नेताओं को साधने में लगी हैं।