यह बड़ी हैरान करने वाली बात है कि विश्व हिंदू परिषद ने बांग्लादेश के हिंदुओं की मदद का जिम्मा उठाया हुआ है। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक विहिप ने एक हेल्पलाइन नंबर 9111-26103495 जारी किया है। इसके साथ ही विहिप ने यह भी कहा है कि इस नंबर पर फोन करके मदद मांगने वाले बांग्लादेशी हिंदुओं को सरकार की सहायता से राहत दिलाने का प्रयास किया जाएगा। अब सवाल है कि वाया विश्व हिंदू परिषद क्यों मदद की जाएगी? क्या सरकार ने विहिप को अधिकृत किया है कि वह बांग्लादेशी हिंदुओं के लिए हेल्पलाइन नंबर जारी करे और उस पर मदद मांगने वालों की सरकार मदद करेगी?
ध्यान रहे सरकार इस मामले में चुप है। उसकी ओर से कोई बयान नहीं दिया गया है। सरकार की ओर से पहले दिन कहा गया है कि वहां जो भारतीय छात्र रहते हैं वह उनकी सुरक्षा को लेकर चिंतित है और उन्हें निकालने के प्रयास किए जाएंगे। ऐसा लग रहा है कि सरकार बांग्लादेशी हिंदुओं के मामले में सावधानी से कोई पहल करना चाहती है क्योंकि वह बांग्लादेश का आंतरिक मामला है। हिंदू वहां के नागरिक हैं। अगर उनकी मदद का प्रयास सरकारी तौर पर हुआ या ऐसा किए जाने का मैसेज बना तो बांग्लादेश इसे अपनी संप्रभुता का उल्लंघन मान सकता है। मानवीय आधार पर सरकार मदद की पहल कर सकती है लेकिन एक या दो खास अल्पसंख्यक वर्ग का नाम लेकर राहत या बचाव का कोई अभियान सरकार नहीं चला सकती है। वह भी तब जबकि सरकार वहां बनी अंतरिम व्यवस्था का समर्थन कर रही है।