राज्य-शहर ई पेपर व्यूज़- विचार

दिल्ली सरकार बरखास्त नहीं होगी

Image Source: UNI

आम आदमी पार्टी ने एक बार फिर शोर मचाना शुरू कर दिया है भाजपा उसकी सरकार गिराना चाहती है। पिछले साढ़े नौ साल से दिल्ली में सरकार चला रही आम आदमी पार्टी ने पहले दिन से दो नैरेटिव बना रखे हैं। पहला तो यह कि केंद्र सरकार और दिल्ली के उप राज्यपाल सरकार को काम नहीं करने दे रहे हैं और दूसरा यह कि भाजपा दिल्ली की अरविंद केजरीवाल सरकार को गिराने की कोशिश कर रही है। पार्टी ने अनेक बार आरोप लगाया कि उसके विधायकों को खरीदने की कोशिश हो रही है। विधायकों ने सामने आकर कहा कि 20 करोड़ रुपए या उससे ज्यादा का प्रस्ताव दिया गया है। यह अलग बात है कि कभी किसी ने सबूत पेश नहीं किया और न किसी के खिलाफ आधिकारिक रूप से शिकायत दर्ज कराई। ध्यान रहे भाजपा ने झारखंड में इस तरह का प्रयास किया तो वहां सबूत भी मिले। विधायक पैसे के साथ पकड़े गए और कई लोगों पर मुकदमा भी हुआ। विधायकों को जेल भी जाना पड़ा। लेकिन दिल्ली में ऐसा कुछ नहीं हुआ।

अब एक बार फिर आम आदमी पार्टी ने सरकार गिराने के प्रयास का आरोप लगाया है। इस बार विधायकों की खरीद फरोख्त से अलग मामला है। असल में पिछले दिनों दिल्ली प्रदेश भाजपा के एक प्रतिनिधिमंडल ने राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू से मुलाकात की और उनसे दिल्ली सरकार को बरखास्त करने की मांग की। उनके ज्ञापन में कहा गया है कि मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल पांच महीने से जेल में बंद हैं, कैबिनेट की बैठक नहीं हो रही है और इस वजह से सरकार के कामकाज पर बुरा असर हो रहा है। इस आधार पर उन्होंने सरकार बरखास्त करने को कहा है। राष्ट्रपति सचिवालय ने इस ज्ञापन को ‘उचित कार्रवाई’ के निर्देश के साथ केंद्रीय गृह मंत्रालय के पास भेज दिया है। आम आदमी पार्टी ने इसी को मुद्दा बनाया है और कहना शुरू कर दिया है कि भाजपा परदे के पीछे से दिल्ली सरकार चलाना चाहती है इसलिए वह सरकार बरखास्त कराने के दांवपेंच कर रही है।

हालांकि भाजपा के जानकार सूत्रों का कहना है कि इस समय दिल्ली सरकार बरखास्त कराने का उसका कोई इरादा नहीं है। पहले भी भाजपा ने कभी सरकार गिराने का प्रयास नहीं किया क्योंकि दिल्ली विधानसभा का गणित ऐसा नहीं है कि किसी तरह से भाजपा सरकार बना सके। दिल्ली के 70 सदस्यों की विधानसभा में आप के 62 और भाजपा के सिर्फ आठ विधायक हैं। उसे अपनी सरकार बनाने के लिए कम से कम 28 विधायकों की जरुरत है। जहां तक अभी सरकार बरखास्त करने के दांवपेंच का सवाल है तो भाजपा के एक जानकार नेता का कहना है कि अभी अगर सरकार बरखास्त होती है तो साढ़े नौ साल की सारी एंटी इन्कम्बैंसी खत्म हो जाएगी। उलटे अरविंद केजरीवाल शहीद हो जाएंगे। वे दिल्ली की जनता के बीच छाती पिटने लगेंगे और भाजपा के लिए जवाब देना मुश्किल हो जाएगा। भाजपा को किसी तरह का फायदा तभी हो सकता है, जब जम्मू कश्मीर की तरह दिल्ली में राष्ट्रपति शासन लगा दिया जाए और लंबे समय तक चुनाव नहीं हो। लेकिन यह संभव नहीं है। इसलिए अभी जैसा चल रहा है वैसे ही चलते रहने देने की सोच है। केजरीवाल के जेल में होने और उससे दिल्ली में काम नहीं होने का नैरेटिव बनाने के लिए भाजपा जरूर राजनीति करती रहेगी।

Leave a comment

Your email address will not be published. Required fields are marked *