एकीकृत आंध्र प्रदेश के दो बार मुख्यमंत्री रहे वाईएसआर रेड्डी की बेटी वाईएस शर्मिला कांग्रेस पार्टी में शामिल हो गई हैं और कहा जा रहा है कि उनको आंध्र प्रदेश का अध्यक्ष बनाया जा सकता है। ध्यान रहे वहां उनके भाई जगन मोहन रेड्डी मुख्यमंत्री हैं। यह भी सबको पता है कि जगन मोहन को मुख्यमंत्री बनाने के लिए शर्मिला ने कितनी मेहनत की थी। जगन मोहन रेड्डी को जब कांग्रेस की सरकार ने जेल में डाला तब शर्मिला ने अपनी मां के साथ मिल कर पूरे प्रदेश की पदयात्रा की थी। उनके जेल में रहते शर्मिला ने उनकी राजनीति को जिंदा रखा था। हालांकि जगन के मुख्यमंत्री बनने के बाद दोनों में दूरी बढ़ती गई, जिसके बाद शर्मिला ने वाईएसआर तेलंगाना पार्टी का गठन किया और तेलंगाना में राजनीति शुरू की। पिछले चुनाव में हवा का रुख भांप कर उन्होंने कांग्रेस की मदद की और तेलंगाना में कांग्रेस की सरकार बनने के बाद अपनी पार्टी का विलय उसमें कर दिया।
औपचारिक रूप से कांग्रेस के साथ जुड़ने के बाद उन्होंने कहा कि उनके पिता वाईएसआर रेड्डी का सपना था राहुल गांधी को देश का प्रधानमंत्री बनाने का। अब शर्मिला ने यह सपना पूरा करने का संकल्प किया है। सवाल है कि वे कैसे यह सपना पूरा करेंगी? उनके गृह राज्य आंध्र प्रदेश में पिछले चुनाव में कांग्रेस को एक फीसदी से थोड़ा ही ज्यादा वोट मिला था। राज्य का बंटवारा करने के लिए लोग कांग्रेस को दोषी मानते हैं और दो लोकसभा व दो विधानसभा चुनावों में कांग्रेस को सबक सिखाया है। चार चुनावों में कांग्रेस का खाता नहीं खुल सका। ध्यान रहे 2004 में केंद्र में कांग्रेस की सरकार आंध्र प्रदेश के कारण बनी थी, जहां कांग्रेस को 29 सीटें मिली थीं। अगले चुनाव में सीटें बढ़ कर 33 हो गई थीं। क्या शर्मिला ऐसा कोई चमत्कार आंध्र प्रदेश में कर सकेंगी? कांग्रेस नेता उम्मीद कर रहे हैं क्योंकि तेलुगू फिल्मों में ऐसे राजनीतिक टकराव और चमत्कार बहुत दिखाए जाते हैं। असल जीवन में भी चंद्रबाबू नायडू अपने ससुर एनटी रामाराव की राजनीति हथिया कर ऐसा चमत्कार कर चुके हैं।