दस राज्यों में राज्यपालों और उप राज्यपालों की नियुक्ति और अदला बदली के बाद ऐसा लग रहा है कि आनंदी बेन पटेल उत्तर प्रदेश की राज्यपाल बनी रहेंगी। उनका उत्तर प्रदेश के राज्यपाल का कार्यकाल सोमवार यानी 29 जुलाई को खत्म हो रहा है लेकिन वहां किसी नए राज्यपाल की नियुक्ति की घोषणा नहीं हुई है। किसी को उत्तर प्रदेश का अतिरिक्त प्रभार देने की भी घोषणा नहीं हुई है। इसका मतलब है कि 82 साल की आनंदी बेन अभी उत्तर प्रदेश की राज्यपाल बनी रहेंगी। वे उत्तर प्रदेश में जरूर बतौर राज्यपाल पांच साल से हैं लेकिन उनको राज्यपाल बने साढ़े छह साल से ज्यादा हो गए हैं।
आनंदी बेन पटेल ने 23 जनवरी 2018 को मध्य प्रदेश के राज्यपाल के तौर पर शपथ ली थी। इससे दो साल पहले अगस्त 2016 में वे गुजरात के मुख्यमंत्री पद से हटी थीं। दो साल के इंतजार के बाद 2018 में वे मध्य प्रदेश की राज्यपाल बनीं। थोड़े समय तक छत्तीसगढ़ का अतिरिक्त प्रभार भी उनके पास रहा। आनंदी बेन ने 29 जुलाई 2019 को उत्तर प्रदेश के राज्यपाल की शपथ ली थी। सो, यूपी के राजभवन में उनको पांच साल हो गए हैं और ओवरऑल राज्यपाल बने साढ़े छह साल से ज्यादा हो गए हैं। उत्तर प्रदेश में अभी जिस तरह की राजनीति चल रही है और जैसी उलटफेर की संभावना जताई जा रही है उसमें राजभवन में आनंदी बेन का रहना जरूरी समझा जा रहा है।