पूर्व केंद्रीय मंत्री अजय माकन 2014 का लोकसभा चुनाव हारने के बाद से राज्यसभा की सीट के इंतजार में थे। हर चुनाव में उनके नाम की चर्चा होती है। आखिरकार पिछले दोवार्षिक चुनाव में कांग्रेस ने उनको हरियाणा से प्रत्याशी भी बनाया लेकिन कांग्रेस के एक विधायक की क्रॉस वोटिंग की वजह से वे हार गए। उनके साथ के नेता जैसे रणदीप सुरजेवाला, सैयद नासिर हुसैन राज्यसभा पहुंच गए। राजीव शुक्ला को फिर से राज्यसभा मिल गई तो इमरान प्रतापगढ़ी और रंजीत रंजन जैसे नए लोग भी राज्यसभा सदस्य बन गए। अब बताया जा रहा है कि अजय माकन का इंतजार खत्म हो जाएगा। वे कांग्रेस के कोषाध्यक्ष बन गए हैं और कांग्रेस के कोषाध्यक्ष के लिए राज्यसभा की एक सीट हमेशा पक्की रहती है। मोतीलाल वोरा हमेशा राज्यसभा में रहे और अहमद पटेल भी रहे। पवन बंसल को राज्यसभा नहीं मिली तभी माना जा रहा था कि वे तात्कालिक व्यवस्था के तहत कोषाध्यक्ष हैं।
अगस्त में मल्लिकार्जुन खड़गे ने कांग्रेस कार्यसमिति का ऐलान किया तो उसमें तब के कोषाध्यक्ष पवन बंसल का नाम नहीं था। हालांकि उनको स्थायी आमंत्रित सदस्यों की सूची में रखा गया था। तभी यह अंदाजा हो गया था कि जल्दी ही नया कोषाध्यक्ष नियुक्त होगा। एक अक्टूबर को कांग्रेस अध्यक्ष ने अजय माकन को कोषाध्यक्ष बनाया है। अब कहा जा रहा है कि अगले साल के शुरू में राज्यसभा के दोवार्षिक चुनावों में माकन को राज्यसभा भेजा जाएगा। माकन नई दिल्ली लोकसभा सीट से दो बार चुनाव जीते हैं और यह भी चर्चा थी कि आम आदमी पार्टी के साथ तालमेल में कांग्रेस उनके लिए नई दिल्ली सीट लेगी। लेकिन अब शायद नई दिल्ली की बजाय कांग्रेस दूसरी सीट की मांग करे। क्योंकि अब माकन कोषाध्यक्ष बन गए हैं और उनके लोकसभा चुनाव लड़ने से कांग्रेस की व्यवस्था प्रभावित होगी।