आम आदमी पार्टी के दो राज्यसभा सांसद राघव चड्ढा और स्वाति मालीवाल विदेश से लौट आए हैं। मालीवाल अमेरिका में थीं तो चड्ढा ब्रिटेन में थे। दोनों को लेकर एक तरह की चर्चाएं थीं। कहा जा रहा था कि दोनों भाजपा के संपर्क में हैं और आप से दूरी बना ली है। लेकिन जब दोनों लौटे तो दोनों का फर्क भी सामने आया। अब आम आदमी पार्टी के नेता मालीवाल पर आरोप लगा रहे हैं कि वे भाजपा से मिले हैं तो राघव चड्ढा के लिए कहा जा रहा है कि वे पार्टी के समर्पित नेता हैं। बताया जा रहा है कि मालीवाल जब अमेरिका में थीं तभी उनको कहा गया था कि वे दिल्ली लौट कर राज्यसभा से इस्तीफा दें। लेकिन उन्होंने मना कर दिया था। तभी उनके दिल्ली लौटने के बाद भी केजरीवाल उनसे नहीं मिले। अब आम आदमी पार्टी का कहना है कि अगर केजरीवाल 13 मई को स्वाति मालीवाल से मिले होते तो जो मुकदमा उनके पीए बिभव पर हुआ है वह उनके ऊपर हुआ होता।
आप के नेता तो अब यहां तक कह रहे हैं कि स्वाति असल में केजरीवाल को ही निशाना बनाने के लिए मुख्यमंत्री आवास पहुंची थीं। उनके भाजपा के हाथों ब्लैकमेल होने का मामला सामने आया है। गौरतलब है कि पिछले दिनों उप राज्यपाल वीके सक्सेना ने दिल्ली महिला आयोग में हुई ढाई सौ से अधिक नियुक्तियों को रद्द कर दिया था। उन्होंने इन नियुक्तियों को अवैध बताया था। इस मामले में स्वाति मालीवाल फंस सकती हैं। तभी कहा जा रहा है कि उन्होंने बदले में केजरीवाल को फंसाने का सौदा किया। पता नहीं इस बात में कितनी सचाई है। बहरहाल, राघव चड्ढा दिल्ली लौटे तो उन्होंने भी केजरीवाल से मिलने का समय मांगा और उन्हें सहर्ष समय दे दिया गया। वे मुख्यमंत्री आवास पहुंचे और केजरीवाल से मुलाकात की। केजरीवाल सहित पूरी पार्टी का सद्भाव चड्ढा के ऊपर दिख रहा है। वे दिल्ली और पंजाब दोनों जगह पार्टी के स्टार प्रचारकों की सूची में शामिल हैं।