भोपाल। 19 अप्रैल को प्रदेश की प्रथम चरण की छह लोकसभा सीटों पर 2019 की अपेक्षा कम मतदान होने से राजनीतिक दल गुणा – भाग लगाने में जुट गए हैं लेकिन इसके साथ ही िद्वतीय चरण के जिन लोकसभा सीटों पर चुनाव होना है वहां मतदान के प्रतिशत बढ़ाने के लिए अभी से रणनीति बनने लगी है।
दरअसल, प्रदेश में द्वितीय चरण 26 अप्रैल को टीकमगढ़, दमोह, खजुराहो, सतना, रीवा, होशंगाबाद और बैतूल लोकसभा क्षेत्र में मतदान होना है इनमें 2019 में खजुराहो होशंगाबाद सीट पर भाजपा ने जीत का इतिहास रचा था। होशंगाबाद में राव उदय प्रताप सिंह ने कांग्रेस उम्मीदवार चंद्रभान सिंह को 5,53,682 वोटो से चुनाव हराया था। वहीं खजुराहो में भाजपा प्रदेश अध्यक्ष डॉ. विष्णु दत्त शर्मा ने कांग्रेस उम्मीदवार कविता सिंह को 4,92,382 वोटों से चुनाव हराया था। इनके अलावा इंदौर, विदिशा, जबलपुर, राजगढ,़ शहडोल में भी चार लाख वोटों से ज्यादा की जीत भाजपा की हुई थी लेकिन यदि मतदान प्रतिशत कम रहा तो रिकॉर्ड जीत होना मुश्किल हो जाएगा।
इसी कारण पहले चरण के मतदान में जिस तरह से सभी 6 सीटों पर मतदान प्रतिशत कम हुआ है। उसके बाद राजनीतिक दल चुनाव में मतदान प्रतिशत बढ़ाने के लिए सक्रिय हो गए हैं। खासकर भाजपा का विशेष रूप से मतदान प्रतिशत बढ़ाने का नया टारगेट कार्यकर्ताओं के बीच पहुंचा जा रहा है। पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष डॉ. विष्णुदत्त शर्मा एक बार फिर खजुराहो लोकसभा सीट से पार्टी के उम्मीदवार है। वहीं खजुराहो सीट कांग्रेस ने समझौते में समाजवादी पार्टी को दे दी थी और समाजवादी पार्टी की प्रत्याशी मीरा यादव का नामांकन पत्र निरस्त हो गया था और विपक्ष के उम्मीदवार के रूप में रिटायर्ड आईएएस भैया राजा प्रजापति चुनाव लड़ रहे हैं जिन्हें अधिकांश मतदान केंद्रों पर पोलिंग एजेंट ना मिले तो कोई आश्चर्य नहीं होगा।
यही कारण है कि भाजपा कार्यकर्ता और विष्णु दत्त शर्मा के समर्थक रिकॉर्ड जीत के लिए प्रयास कर रहे हैं। द्वितीय चरण की अन्य सीटों पर भी अब पूरा फोकस मतदान का प्रतिशत बढ़ने पर है क्योंकि टीकमगढ़, दमोह, सतना, रीवा, होशंगाबाद और बैतूल सीटों पर भी भाजपा बड़े अंतर से जीत दर्ज करने की कोशिश में है। हालांकि रीवा, सतना और होशंगाबाद में कांग्रेस भाजपा को कड़ी टक्कर दे रही है। टीकमगढ़ में केंद्रीय मंत्री वीरेंद्र कुमार लगातार आठवीं बार चुनाव मैदान में है और उनके सामने पहली बार चुनाव लड़ रहे पंकज अहिरवार को भारी मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है। दमोह में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सभा के बाद भाजपा के पक्ष में तेजी से वातावरण बनना शुरू हुआ है।
छिंदवाड़ा में चुनाव हो जाने के बाद पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ छिंदवाड़ा से बाहर चुनाव प्रचार पर निकले हैं और छिंदवाड़ा से लगी हुई होशंगाबाद एवं बैतूल लोकसभा सीटों पर उन्होंने चुनावी सभाएं की और कार्यकर्ताओं से जीत के लिए आवाहन किया। उन्होंने भाजपा पर इस दौरान जमकर हमले भी किया। भाजपा की ओर से मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव और प्रदेश अध्यक्ष डॉ. विष्णु दत्त शर्मा लगातार सक्रिय रहकर सभाएं और रोड शो कर रहे हैं। पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान भी विदिशा से बाहर निकाल कर और सभाएं करने लगे हैं।
कुल मिलाकर प्रथम चरण में मतदान का प्रतिशत घटना के बाद द्वितीय चरण के लिए और भी तेजी से राजनीतिक दलों ने तैयारियां तेज कर दी है। खासकर भाजपा मतदान प्रतिशत बढ़ाने के लिए अभी से जमावट कर रही है।