भोपाल। आखिरकार इंतजार की घड़ियां समाप्त हुई है और आज दोपहर 3:30 बजे मध्यप्रदेश मंत्रिमंडल का विस्तार हो जाएगा। लंबी कवायद के बाद होश और जोश के समन्वय का मंत्रिमंडल आकार ले लेगा मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव सुबह राज्यपाल से मिलकर संभावित मंत्रियों की सूची सौंपेंगे। दरअसल 3 दिसंबर को परिणाम आने के बाद मुख्यमंत्री और मंत्रिमंडल को लेकर लगातार कयासों का दौर चलता रहा। खासकर 7 सांसदों जिसमें तीन केंद्रीय मंत्री और एक राष्ट्रीय महासचिव को विधानसभा का चुनाव लड़ाया गया था जिनमें से 6 विधायक भी बन गए और अंदाजा लग रहा था कि इन्हीं में से कोई मुख्यमंत्री बनेगा लेकिन पार्टी हाईकमान ने जिस तरह से मोहन यादव को मध्यप्रदेश में मुख्यमंत्री बनाया और राजस्थान में पहली बार के विधायक मुख्यमंत्री बनाए गए। उसके बाद मंत्रिमंडल को लेकर कोई भी कुछ भी कहने की स्थिति में नहीं है। यहां तक कि भोपाल से लेकर दिल्ली तक जितने भी विधायक मंत्री बनने के लिए प्रयास कर रहे हैं। वह भी सार्वजनिक तौर पर मौन साधे हुए हैं।
बहरहाल, प्रदेश में आज दोपहर 3:00 के बाद मंत्रिमंडल का विस्तार हो जाएगा। लंबी कवायद के बाद सूची फाइनल हुई है। पिछले एक सप्ताह में मुख्यमंत्री डॉक्टर मोहन यादव तीन बार दिल्ली गए हैं। इस दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृहमंत्री अमित शाह, पार्टी की राष्ट्रीय अध्यक्ष जगत प्रकाश नड्डा, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह सहित पार्टी के पदाधिकारी और मंत्रियों से मुलाकात हुई और देर रात भोपाल लौटे और आज सुबह 10:30 के पहले मुख्यमंत्री राज्यपाल से मिलेंगे और उन्हें मंत्रियों की सूची सौंपेंगे। मुख्यमंत्री से मुलाकात के बाद राज्यपाल जहां हिंदी विश्वविद्यालय के दीक्षांत समारोह में शामिल होने जाएंगे। वहीं मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव इंदौर जाएंगे जहां वे कनकेश्वरी धाम परिसर में हुकुमचंद मिलकर मजदूरों के बकाया भुगतान कार्यक्रम में शामिल होंगे। इस कार्यक्रम में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी वर्चुअल जुड़ेंगे और श्रमिकों को संबोधित करेंगे। इस कारण मंत्रिमंडल विस्तार का कार्यक्रम 4:00 बजे के आसपास होने की संभावना है।
कुल मिलाकर जिस तरह से टिकट वितरण से लेकर अब तक पार्टी हाईकमान चौंकाने वाला निर्णय लेते रहे हैं। उससे दावेदारों और उनके समर्थकों की धड़कनें बड़ी हुई है। शाम से ही एक – दूसरे कोे फोन लगाकर कंफर्म करने की कोशिश की जा रही है जबकि कोई भी कुछ भी कहने की स्थिति में नहीं है। ना ही कोई स्वीकार कर रहा है कि उन्हें सूचना मिल गई है लेकिन चेहरे के हाव-भाव और भोपाल की ओर रवाना होने के चलते कुछ लोगों के नाम कंफर्म माने जा रहे हैं जिस तरह से छत्तीसगढ़ में पुराने और नए मंत्रियों को शामिल करके एक समन्वय का मंत्रिमंडल बनाया है। वैसे ही मध्यप्रदेश में दिग्गज और नए नेताओं को मिलाकर मंत्रिमंडल का विस्तार किया जाएगा।