प्रथम चरण में 21 राज्यों की 102 लोकसभा सीटों पर आज मतदान होना है। उसमें मध्यप्रदेश की 6 लोकसभा सीटें सीधी, शहडोल, जबलपुर, मंडला, बालाघाट और छिंदवाड़ा भी शामिल है। इन सीटों पर चुनाव जीतने के लिए राजनीतिक दलों और प्रत्याशियों ने पूरी ताकत झौंक दी है।
दरअसल प्रथम चरण में आज प्रदेश की छह लोकसभा सीटों पर मतदान होगा। उनमें छिंदवाड़ा सीट की चर्चा पूरे देश में है। जहां कमलनाथ के गढ़ को ध्वस्त करने के लिए भाजपा ने जबरदस्त घेराबंदी की है।
वहीं गढ़ को बचाने के लिए कमलनाथ ने भी 40 सालों में पहली बार परिवार सहित क्षेत्र में न केवल अथक परिश्रम किया है वरन भावनात्मक रूप से मतदाताओं को अपनी ओर करने के लिए उन्होंने स्वयं भी अपील की है। उनकी पत्नी और बहू भी ऐसी ही अपील करती नजर आई। मतदान के 24 घंटे पहले केंद्रीय मंत्री अमित शाह ने छिंदवाड़ा में अंतिम प्रयासों को चरम पर पहुंचाया। आज कमलनाथ और भाजपा की परीक्षा अपने मतदाताओं को मतदान केंद्र तक पहुंचाने और अधिकतम मतदान अपने-अपने पक्ष में करवाने की है।
प्रदेश की हॉट सीट बन चुकी छिंदवाड़ा में जीत के लिए भाजपा लंबे समय से जमावट कर रही है। कैबिनेट मंत्री कैलाश विजयवर्गीय चुनावी कमान संभाले हुए हैं और भी भाजपा की जीत का दावा कर रहे हैं जबकि कमलनाथ अंतिम सांस तक छिंदवाड़ा के साथ रहने की दुहाई दे रहे हैं। पिछले 40 सालों में कमलनाथ पहली बार क्षेत्र से बाहर नहीं निकले हैं। पूरा परिवार गांव – गांव दस्तक देता रहा। आज का मतदान तय करेगा कांग्रेस का अंतिम किला ढहेगा या फिर कमलनाथ अपने घर को बचाने में एक बार फिर कामयाब हो जाएंगे।
बहरहाल, छिंदवाड़ा के बाद जबलपुर लोकसभा सीट है जहां आज मतदान है और इस सीट पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सभा हो चुकी है और पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जगत प्रकाश नड्डा रणनीति बन चुके हैं। पिछले 28 सालों से जबलपुर सीट पर भाजपा का कब्जा है और इस कब्जे को बरकरार रखने के लिए भाजपा ने कोई कसर नहीं छोड़ी है जबकि कांग्रेस के प्रयास भाजपा की तुलना में ऐसे नहीं रहे जैसे किसी मजबूत गढ़ को मजबूत गढ़ को भेजने के लिए होने चाहिए।
भाजपा बढ़त बढ़ाने के लिए प्रयासों की पराकाष्ठा कर रही है। इसके बाद मंडला लोकसभा सीट आती है जो कि केंद्रीय मंत्री फग्गन सिंह कुलस्ते सिंह की परंपरागत सीट है लेकिन पिछला विधानसभा चुनाव हारने के बाद कुलस्ते पर कांग्रेस मनोवैज्ञानिक दबाव बनाने की कोशिश करती रही। भाजपा को मोदी की गारंटी का सहारा और गोंडवाना गणतंत्र पार्टी की उपस्थिति से उम्मीदें हैं जबकि कांग्रेस मंडला को जीतने के लिए आशान्वित हैं। कांग्रेस प्रत्याशी चार बार के विधायक ओंकार सिंह मरकाम को आदिवासी मतदाताओं पर भरोसा है। मंडला के मन में क्या है आज ईवीएम का बटन दबाकर मतदाता तय करेंगे।
इसी तरह बालाघाट लोकसभा सीट पर भाजपा प्रत्याशी भारती पारधी को कांग्रेस प्रत्याशी जिला पंचायत अध्यक्ष सम्राट सहसवार कड़ी टक्कर दे रहे हैं लेकिन भाजपा प्रत्याशी कंकर मुंजारे जितने मजबूत हो रहे हैं उतनी ही कांग्रेस प्रत्याशी की मुश्किलें बढ़ रही है। सीधी लोकसभा सीट पर जातीय समीकरण अभी हो रहे हैं। भाजपा के डॉ. राजेश मिश्रा को कांग्रेस प्रत्याशी कमलेश्वर पटेल कड़ी टक्कर दे रहे हैं क्योंकि भाजपा से बगावत करके गोंडवाना गणतंत्र पार्टी से अजय प्रताप सिंह चुनाव लड़ रहे हैं जिससे मुकाबला अंततः जातियों के झुकाव पर निर्भर हो गया है। भाजपा को राष्ट्रवाद के नारे और मोदी की गारंटी का भरोसा है। कुछ इसी तरह शहडोल में भाजपा प्रत्याशी हिमाद्री सिंह को कांग्रेस प्रत्याशी तीन बार के विधायक फुंदेलाल सिह मार्को को मैदान बता रहा है भाजपा मोदी की सभा के बाद उत्साहित है और संघ ने भी यहां ताकत लगाई है।
कुल मिलाकर प्रदेश की छह लोकसभा सीटों पर आज मतदान होगा प्रथम चरण की इन 6 लोकसभा सीटों पर कांग्रेस को अधिकतम उम्मीदें हैं क्योंकि इन सीटों पर आदिवासी वर्ग का बाहुल्यता है। इन सीटों पर कांग्रेस को अन्य सीटों की अपेक्षा मजबूत प्रत्याशी भी मिले हैं। छिंदवाड़ा में नकुलनाथ भले ही प्रत्याशी है लेकिन चुनाव कमलनाथ लड़ रहे हैं। मंडला और शहडोल में कांग्रेस ने अपने विधायकों को लोकसभा का चुनाव लड़वाया है। सीधी में जाति समीकरण प्रभाव दिख रहे हैं। भाजपा की रणनीतिकार प्रथम चरण की स्थिति को देखकर किसी भी प्रकार के अत्यात्मक विश्वास में अति आत्मविश्वास में ना रहते हुए पूरी ताकत झौकी है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पार्टी की राष्ट्रीय अध्यक्ष जगत प्रकाश नड्डा, केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह, केंद्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह जहां इन क्षेत्रों में दौरे कर चुके हैं, वही मुख्यमंत्री मोहन यादव एवं भाजपा प्रदेश अध्यक्ष विष्णु दत्त शर्मा ने भी प्रत्याशियों के नामांकन पत्र दाखिल करने से लेकर रैली और सभा में कोई कसर नहीं छोड़ी है मुख्यमंत्री डॉ.मोहन यादव पिछले एक पखवाड़े में छह बार छिंदवाड़ा पहुंचे संघ ने भी इन सीटों पर पिछले एक सप्ताह से सक्रियता बढ़ाई और बूथ स्तर पर जमावट की है। जाहिर है प्रथम चरण की इन सीटों पर भाजपा और कांग्रेस के प्रयास चरम पर हैं क्योंकि भाजपा का जहां सभी 29 सीटें जीतने की राह में छिंदवाड़ा अब तक रोड़ा है। वहीं कांग्रेस आदिवासियों और प्रत्याशियों की दम पर प्रथम चरण में अच्छी उम्मीद में है।
यह भी पढ़ें: