भोपाल। विधानसभा चुनाव की तरह एक बार फिर भाजपा ने चौंकाने वाले चेहरे लोकसभा चुनाव के मैदान में उतारे हैं। शायद ही किसी ने सोचा होगा कि विधानसभा चुनाव हारने वाले प्रत्याशी लोकसभा का चुनाव लड़ेंगे लेकिन भाजपा ने चार प्रत्याशी मैदान उतारे हैं जो विधानसभा चुनाव हार चुके हैं। यही नहीं पांच मौजूद सांसदों के टिकट काटे हैं तो इंदौर जैसी सुरक्षित सीट और छिंदवाड़ा जैसी कठिन सीट होल्ड पर करके भी चौकाया है। BJP candidate list 2024
दरअसल, भाजपा इस समय चौकने वाले फैसलों के लिए पहचाने जाने लगी है। विधानसभा चुनाव में भी जिस तरह से प्रत्याशी चयन में चौंकाया था उसी तरह लोकसभा चुनाव में भी शुरुआत हो चुकी है। केंद्रीय मंत्री रहते फग्गन सिंह कुलस्ते और सांसद रहते गणेश सिंह मंत्री रहते भारत सिंह कुशवाहा विधानसभा का चुनाव कुछ महीने पहले ही हार जाएं और उन्हें फिर लोकसभा का प्रत्याशी बनाया जाए तो चौकना स्वाभाविक है। BJP candidate list 2024
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यही नहीं 2020 में दमोह विधानसभा के उपचुनाव में जब प्रदेश सरकार पूरा संगठन दमोह में भाजपा प्रत्याशी राहुल सिंह लोधी को जिताने के लिए लगा हुआ था तब 17,000 से भी ज्यादा वोटो से राहुल सिंह चुनाव हार गए और अब उनको लोकसभा चुनाव का टिकिट दिया गया है। यही नहीं परिवारवाद के खिलाफत करने वाली पार्टी यदि वन मंत्री नागर सिंह चौहान की पत्नी अनीता चौहान को रतलाम झाबुआ सीट से पार्टी टिकट देती है तब भी चौंकना तो बनता है।
बहरहाल, भाजपा ने 29 में से 24 प्रत्याशी घोषित करके प्रदेश में कांग्रेस से बढ़त बना ली है। पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को विदिशा से एवं उनके समर्थकों को टिकट देकर पार्टी ने संतुलन साधा है। इसी तरह नरेंद्र सिंह तोमर के समर्थक मुरैना और ग्वालियर में लोकसभा चुनाव का टिकट पाने में सफल हो गए हैं। ज्योतिरादित्य सिंधिया गुना लोकसभा से चुनाव लड़ेंगे। जिसके कारण मौजूदा संसद के. पी. यादव का टिकट काटा गया है।
पुरानी भाजपा के आखिरी नेता हर्षवर्धन भी गए
सागर लोकसभा सीट से महिला मोर्चा की पूर्व प्रदेश अध्यक्ष लता वानखेड़े को प्रत्याशी बनाया गया है। लता पिछले कुछ वर्षों से विधानसभा चुनाव और लोकसभा चुनाव में टिकट के लिए प्रयासरत रही है। राज्यसभा के चुनाव के दौरान भी भोपाल से उनका पैनल में नाम दिल्ली गया था लेकिन तब माया नारोलिया को पार्टी ने टिकट दिया। लेकिन पार्टी ने अभी इंदौर, उज्जैन, बालाघाट, छिंदवाड़ा और धार सीट को होल्ड पर रखा है।
भाजपा ने विवादितों की टिकट नहीं काटी
इंदौर भाजपा की सबसे सुरक्षित सीट है वही छिंदवाड़ा सबसे कठिन सीट मानी जाती है। इन दोनों ही सीटों को लेकर सस्पेंस कि आखिर पार्टी यहां कौन से चौकने वाले नाम को लेकर आती है। वहीं मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव के गृह नगर उज्जैन लोकसभा सीट को भी होल्ड पर रखा गया है जबकि बालाघाट और धार में बेहतर प्रत्याशियों की तलाश शायद पार्टी अभी तक कर नहीं पाई है।
कुल मिलाकर विधानसभा चुनाव में करारी पराजय के बाद कांग्रेस जहां राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा में व्यस्त है वहीं भाजपा ने 24 सीटों पर प्रत्याशी घोषित करके बढ़त बना ली है और जिस तरह से चौंकाने वाले नाम सामने आए हैं उसके बाद पार्टी 5 सीटों पर और कितना चौकायेगी इसको लेकर कयास लगाए जा रहे हैं।