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सोमवार तक होगी राह समाप्त

भोपाल। प्रदेश में नई सरकार का मुखिया कौन होगा इसको लेकर भोपाल से लेकर दिल्ली तक दौड़-भाग चल रही है। हाईकमान ने 3 पर्यवेक्षक नियुक्त कर दिये हैं जो कि शनिवार को भोपाल पहुंचेंगे और फिर सोमवार शाम 7 बजे विधायक दल की बैठक होगी जिसमें नेता की घोषणा की जाएगी।
दरअसल, सरकार तो भाजपा की आ गई लेकिन इस सरकार का सरदार कौन होगा इसको लेकर पिछले 5 दिनों से कयास लगाए जा रहे हैं। इस बीच पांच सांसदों ने विधायक चुने जाने के बाद सांसद पद से इस्तीफा दे दिया है और इनमें से दो नरेंद्र सिंह तोमर और प्रहलाद पटेल ने केंद्रीय मंत्रिमंडल से भी इस्तीफा दे दिया है। यह इस्तीफे भी मंजूर हो गए हैं और नरेंद्र सिंह तोमर का कृषि मंत्रालय का प्रभार अर्जुन मुंडा को दिया गया है। वहीं प्रहलाद पटेल के जल शक्ति मंत्रालय का प्रभार राजीव चंद्रशेखर को सौंपा गया है। इसके साथ ही तय हो गया है कि अब दिल्ली के इन नेताओं का ठिकाना भोपाल रहेगा।

बहरहाल, प्रदेश में लगभग आधा दर्जन नेता मुख्यमंत्री पद के दावेदार माने जा रहे हैं जिनमें से अधिकांश सांसद होने के कारण 4 दिसंबर को ही दिल्ली पहुंच गए थे और इस दौरान राष्ट्रीय नेतृत्व से मुलाकात करके अपना – अपना पक्ष रखा जिसमें भाजपा प्रदेश अध्यक्ष विष्णु दत्त शर्मा, केंद्रीय मंत्री नरेंद्र तोमर, पहलाद पटेल और पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय विशेष रूप से शामिल रहे। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान प्रदेश में ही सक्रिय होकर लोकसभा की सभी 29 सीटों को जीतने का संकल्प लेकर छिंदवाड़ा और श्योपुर का दौरा कर चुके हैं। प्रदेश सरकार के वरिष्ठ मंत्री और पूर्व नेता प्रतिपक्ष गोपाल भार्गव भी दिल्ली में राष्ट्रीय नेताओं से मुलाकात करने के बाद आज भोपाल लौट आए हैं। केंद्रीय मंत्री प्रहलाद पटेल पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय भी दिल्ली से भोपाल पहुंच चुके हैं। विष्णु दत्त शर्मा भी भोपाल आ चुके थे लेकिन संसद सदस्यों को विहिप जारी हुआ है। इस कारण वे शुक्रवार को फिर दिल्ली पहुंच गए हैं। फिलहाल नव निर्वाचित विधायक विधानसभा में अपना जीत का रजिस्ट्रेशन करा रहे हैं।

कुल मिलाकर दिल्ली में सबकी सुनने के बाद अब अपनी मन की करने की बारी पार्टी के राष्ट्रीय हाईकमान की है। जिसके लिए उसने 3 पर्यवेक्षकों की नियुक्ति कर दी है जिसमें हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहरलाल खट्टर, औबीसी मोर्चा का राष्ट्रीय अध्यक्ष डाॅ. के. लक्ष्मण और राष्ट्रीय सचिव आशा लाकड़ा को बनाया है। जो शनिवार को राजधानी भोपाल पहुंचेंगे शनिवार और रविवार को विधायकों और पार्टी नेताओं के मुलाकात करेंगे। रायशुमारी करेंगे और फिर सोमवार शाम को 7 बजे विधायक दल की बैठक में प्रदेश के नए मुख्यमंत्री के नाम का ऐलान किया जाएगा। इस बीच अधिकांश विधायकों ने अपने जीत के प्रमाण पत्र विधानसभा सचिवालय को सौंप दिए हैं। माना यही जा रहा है कि सोमवार को मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार का ऐलान होने के साथ चला आ रहा सस्पेंस समाप्त होगा।

जाहिर है भाजपा हाई कमान लोकसभा चुनाव 2024 को दृष्टिगत रखते हुए जहां तीनों राज्यों राजस्थान मध्य प्रदेश में छत्तीसगढ़ में संतुलन साधने की दृष्टि से गहन चिंतन-मनन कर रहा है और मुख्यमंत्री के साथ-साथ मंत्रिमंडल के सदस्यों के चयन में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभायेगा। जिससे कि आगामी लोकसभा चुनाव में पार्टी इन राज्यों में अपने पिछले प्रदर्शन को और भी बेहतर कर सके क्योंकि पार्टी को उत्तर भारत से अधिकतम सीटें जीतने की उम्मीद है। भाजपा हाईकमान जिस तरह शुरू से ही पांच राज्यों के चुनाव पर फोकस बनाए हुए थे अब चुनाव परिणाम के बाद नई सरकार के गठन से को भी गंभीरता से ले रहा है। जिसमें फिलहाल सबसे बड़ा लक्ष्य यही है कि कैसे लोकसभा की अधिकतम सीटें जीत सकें।

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