भोपाल। प्रदेश में नक्सली समस्या के समाधान के लिए मध्यप्रदेश पुलिस ने एक मजबूत टीम बनाई है। कसौटी पर हमेशा खरे उतरने वाले वर्तमान में विशेष पुलिस महानिदेशक एसटीएफ पंकज श्रीवास्तव को एंटी नक्सल अभियान की कमान सौंपी गई है।
दरअसल, प्रदेश में पुलिस की नये मुखिया के पद पर कैलाश मकवाना के पहुंचने के बाद विभाग में हमेशा कसौटी पर खरे उतरने वाले अधिकारियों को महत्वपूर्ण जिम्मेवारी सौंपी जा रही है। रविवार को नक्सल समस्या को लेकर एक महत्वपूर्ण बैठक हुई। बैठक के कुछ घंटे बाद ही मध्य प्रदेश में स्पेशल डीजे रैंक के अफसर पंकज श्रीवास्तव को नक्सल ऑपरेशन की कमान सौंपी गई। हालांकि नक्सल ऑपरेशन से जुड़े रहे। आईपीएस अफसर आदर्श कटिहार डीसी सागर के साथ-साथ कुछ ऐसे नाम भी आए जिन्हें वीरता के पदक से नवाजा गया हो लेकिन बैठक में सबसे विश्वसनीय नाम पंकज श्रीवास्तव का आया जो कि पिछले वर्षों से प्रति नियुक्ति पर सीबीआई में कोलकाता और दिल्ली में रहे हैं जहां चिटफंड कोयला स्कैम जैसे गंभीर अपराधों पर महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। वहीं पिछले वर्ष प्रदेश में लौटने पर उन्हें एसटीएफ के अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक का प्रभार मिला। यहां भी प्रभार मिलते ही उन्होंने वर्षों से पेंडिंग पड़ी उन फाइलों को खंगाल डाला जो कि जो कि समय-समय पर बेवजह परेशानी का कारण बनती थी।
मसलन टाइपिंग परीक्षा में गड़बड़ियों की आशंका के तहत लगभग 3 000 हजार आरोपी एसटीएफ ने बनाए थे और उन्हें समय-समय पर मुख्यालय बुलाया जाता था, नोटिस जारी किए जाते थे, जिसमें छात्र-छात्राएं ऐसे भी थे, जो या तो कहीं सर्विस करने लगे या कॉम्पिटेटिव एक्जाम की तैयारी कर रहे हैं। बार-बार डिस्टर्ब होते थे पंकज श्रीवास्तव ने पूरी जांच करवाई और जिन विद्यार्थियों ने टाइपिंग परीक्षा की मार्कशीट का कहीं उपयोग किया है तो उन्हें चिन्हित कराया। हमेशा से बोल्ड डिसीजन लेने वाले पंकज श्रीवास्तव को एंटी नक्सल अभियान की विंग का प्रमुख बनाए जाने से विभाग को उम्मीद है कि प्रदेश में नक्सलियों पर नकेल कसने में पुलिस कामयाब होगी। प्रदेश ही नहीं केंद्र सरकार भी 2026 तक नक्सलवाद का खात्मा करना चाहती है। इसके लिए केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह नक्सलवाद प्रदेशों में जाकर बैठक करते हैं और दिल्ली में भी मुख्यमंत्री राज्यों के गृहमंत्री और पुलिस प्रमुखों की बैठक कर लगातार मॉनीटरिंग कर रहे हैं।
कुल मिलाकर प्रदेश और केंद्र सरकार नक्सलवाद को समाप्त करने के लिए जिस तरह से प्रतिबद्ध है और उसे टारगेट को पूरा करने के लिए विभिन्न राज्यों में ईमानदार और कर्मठ अफसर को कमान सौपी जा रही है। उससे उम्मीद की जा सकती है कि प्रदेश में नक्सलवाद पर लगाम लगाने मध्यप्रदेश पुलिस कामयाबी मिलेगी। मध्यप्रदेश में बालाघाट, मंडला और डिंडोरी जिला नक्सल प्रभावित माने जाते हैं। एंटी नक्सल अभियान टीम में पंकज श्रीवास्तव के साथ – साथ आईपीएस अधिकारी आदर्श कांत शुक्ला, एसडीपी बामोर को प्रभारी अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक एंटी नक्सल ऑपरेशन बालाघाट पदस्थ किया गया है।