नई दिल्ली/कोलकाता। पश्चिम बंगाल के पंचायत चुनाव में हुई हिंसा पर भाजपा और ममता बनर्जी एक बार फिर आमने-सामने आ गए हैं। भाजपा ने राज्य में हुई हिंसा पर रिपोर्ट देने के लिए चार सदस्यों की एक फैक्ट फाइंडिंग टीम बनाई है। ममता ने इस पर सवाल उठाया है और कहा है कि भाजपा ने मणिपुर में हिंसा की जांच के लिए टीम क्यों नहीं भेज रही है। इसके साथ ही ममता ने चुनावी हिंसा में मारे गए लोगों को मुआवजा देने का ऐलान भी किया है। इस बीच बुधवार को दूसरे दिन भी देर शाम तक वोटों की गिनती जारी रही। आखिरी रिपोर्ट मिलने तक तृणमूल कांग्रेस ने 44 हजार से ज्यादा सीटें जीती थीं, जबकि भाजपा ने भी 10 हजार का आंकड़ा पार कर लिया था।
बहरहाल, मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने चुनाव के दौरान हुई हिंसा में मारे गए 19 लोगों के परिजनों को दो लाख रुपए के मुआवजे की घोसणा की है। साथ ही सरकारी नौकरी देने का वादा किया है। ममता ने भाजपा की बनाई गई फैक्ट फाइंडिंग कमेटी पर सवाल उठाया है। उन्होंने कहा- दो महीने से मणिपुर जल रहा है। तब यह कमेटी कहां गायब रहती है? जब असम एनआरसी को लेकर जल रहा था ये टीम कहां थी? रेसलर अपने ऊपर हुए अत्याचार को लेकर प्रदर्शन कर रहे थे, तब यह कमेटी क्यों नहीं दिखाई दी? इससे पहले भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा ने बंगाल में हुई हिंसा की जांच करने के लिए रविशंकर प्रसाद के नेतृत्व में चार सदस्यों की फैक्ट फाइंडिंग कमेटी बनाई थी।