नई दिल्ली। नई पेंशन योजना की जगह एकीकृत पेंशन योजना यानी यूपीएस लाने के केंद्र सरकार के फैसले के अगले दिन कांग्रेस सहित सभी विपक्षी पार्टियों ने भाजपा और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर तीखा हमला किया है। विपक्ष ने नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली तीसरी सरकार को यू टर्न सरकार करार दिया है और दावा किया कि यह सरकार चार फैसलों से पलट चुकी है यानी चार बार यू टर्न ले चुकी है। विपक्ष ने यूपीएस को लेकर भी सरकार पर हमला किया और कहा कि ओपीएस यानी पुरानी पेंशन योजना के लिए लड़ाई जारी रहेगी।
यूपीएस के रूप में नई पेंशन योजना लाने के फैसले पर निशाना साधते हुए कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा- यूपीएस में यू का मतलब मोदी सरकार का यू टर्न है। खड़गे ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखा- चार जून को लोकसभा चुनाव के नतीजों के बाद पीएम के सत्ता के अहंकार पर जनता की शक्ति हावी हुई है। आम आदमी पार्टी और उद्धव ठाकरे गुट की शिव सेना ने भी प्रधानमंत्री को निशाना बनाया।
कांग्रेस अध्यक्ष खड़गे ने कहा- सरकार ने पहले बजट में लॉन्ग टर्म कैपिटल गेन/इंडेक्सेशन का फैसला वापस लिया। वक्फ (संशोधन) बिल को संयुक्त संसदीय समिति यानी जेपीसी को भेजा। इसके बाद ब्रॉडकास्टिंग बिल और यूपीएससी के उच्च पदों पर लैटरल एंट्री का फैसला भी वापस लिया। हम सरकार की जवाबदेही सुनिश्चित करते रहेंगे। उन्होंने लिखा- 140 करोड़ भारतीयों को इस सरकार से बचाते रहेंगें। गौरतलब है कि, केंद्र सरकार शनिवार, 24 अगस्त को नई पेंशन योजना यानी एनपीएस की जगह एकीकृत पेंशन योजना यानी यूपीएस लेकर आई है। यह योजना एक अप्रैल 2025 से लागू होगी। इससे लाखों केंद्रीय कर्मचारियों को फायदा होगा।
बहरहाल, यूपीएस को लेकर केंद्र सरकार पर निशाना साधते हुए आम आदमी पार्टी के नेता सौरभ भारद्वाज ने कहा- भाजपा को अब होश आया है। भाजपा अब अग्निवीर योजना जैसे अपने अन्य फैसले भी जल्द ही वापस लेगी। यह साबित हो गया है कि विपक्ष जो कह रहा था, वह सही था। उन्होंने कहा- केंद्र सरकार ही केंद्र के सभी कर्मचारियों का दमन कर रही थी। केंद्र सरकार के कर्मचारियों ने भाजपा के खिलाफ वोट किया। इसी के बाद भाजपा को होश आया है। उद्धव ठाकरे गुट के शिव सेना ने कहा- विपक्ष के दबाव के कारण सरकार ने यूपीएस लाई है। इस बार भाजपा सिर्फ 240 सीटें जीती। इसलिए वे केंद्रीय कर्मचारियों के लिए योजना लाए हैं।