पूणे। शिवसेना (यूबीटी) प्रमुख उद्धव ठाकरे ने अमित शाह को अफगान शासक अहमद शाह अब्दाली का वंशज करार दिया है। उन्होने भाजपा पर पार्टियां तोड़ने का आरोप लगाते हुए कहा, ‘‘मुसलमान हमारे साथ हैं, क्योंकि हमने उन्हें अपना हिंदुत्व समझाया है, तो हम (भाजपा के अनुसार) औरंगजेब फैन क्लब हैं। फिर आप जो कर रहे हैं, वह तो सत्ता का जिहाद है।
पिछले महीने पुणे में एक कार्यक्रम के दौरान ही अमित शाह ने उद्धव ठाकरे पर हमला करते हुए उन्हें ‘‘औरंगजेब फैन क्लब का प्रमुख’’ करार दिया था, जो ‘‘उन लोगों के साथ बैठे हैं, जिन्होंने 1993 के मुंबई सीरियल बम धमाकों के दोषी याकूब मेमन के लिए माफी मांगी थी।’’
शनिवार को पूणे में भाषण से पहले ठाकरे ने महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री देवेन्द्र फडणवीस को भी चुनौती देते हुए कहा था कि ‘‘या तो आप रहेंगे या मैं (राजनीति में) रहूंगा।’’ उसका जिक्र करते हुए ठाकरे ने कहा कि उन्होंने किसी व्यक्ति का संदर्भ नहीं दिया था। ‘‘कुछ लोगों को लगा कि मैंने किसी को चुनौती दी, लेकिन मैं खटमलों को चुनौती नहीं देता। यहां ‘मैं’ का मतलब मेरा सभ्य महाराष्ट्र है और ‘आप’ का मतलब महाराष्ट्र को लूटने वाली पार्टी है।’’ उन्होंने कहा कि खटमलों को चुनौती नहीं दी जानी चाहिए, बल्कि कुचल दिया जाना चाहिए।
संसद के नए भवन से पानी टपकने की तस्वीरों को लेकर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी पर हमला करते हुए ठाकरे ने कहा कि नए परिसर में सिर्फ 14 महीनों में ही ‘लीकेज’ शुरू हो गया है। ठाकरे ने कहा कि प्रधानमंत्री पूछते हैं कि कांग्रेस ने 60-70 साल में क्या किया, लेकिन मोदी को यह बताना चाहिए कि संसद की नयी इमारत, जो बमुश्किल एक साल पहले बनी थी, में ‘लीकेज’ क्यों शुरू हुआ। उन्होंने कहा, ‘‘यह (केंद्र की) सरकार लीकेज सरकार है। पेपर लीक भी हो रहे हैं।’’
उन्होने कहा, “कुछ दिन पहले, अहमद शाह अब्दाली के राजनीतिक वारिस पुणे आए थे। वह कौन है? वह अमित शाह थे। उन्होंने कहा कि शिवसेना ने हिंदुत्व को छोड़ दिया है। हमें हिंदुत्व क्यों छोड़ देना चाहिए? ठाकरे ने पुणे में आयोजित ‘शिव संकल्प‘ रैली में कहा, ”जो लोग पाकिस्तान में उसके प्रधानमंत्री का जन्मदिन का केक खाने के लिए वहां चले गए थे, उन्हें हमें हिंदुत्व नहीं सिखाना चाहिए।
उद्धव ठाकरे की सभा में संजय राउत, आदित्य ठाकरे, विनायक राउत, अंबादास दानवे, भास्करराव जाधव, सचिन अहीर और सुषमा अंधारे सहित शिवसेना के कई आला नेता मौजूद थे।
ध्यान रहे कुछ दिन पहले अमित शाह ने ठाकरे को ‘औरंगजेब फैन क्लब’ का प्रमुख बताया था। पूणे की सभा में शरद पवार पर भी बहुत कुछ बोला था। इसी के जवाब में ठाकरे ने शिवसेना और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी में विभाजन का हवाला देते हुए बीजेपी पर पार्टियों को तोड़ने का आरोप लगाया। और कहा की भाजपा सत्ता जेहाद चलाए हुए है। उन्होंने ‘मुख्यमंत्री माझी लाडकी बहिन’ योजना को लेकर एकनाथ शिंदे के नेतृत्व वाली सरकार पर निशाना साधा और उस पर ‘रेवड़ियां’ देकर मतदाताओं को रिश्वत देने का आरोप लगाया।
ठाकरे ने भाजपा पर जातियों के बीच विभाजन पैदा करने का भी आरोप लगाया। उन्होंने कहा, ‘‘यह वह हिंदुत्व नहीं है जो छत्रपति शिवाजी ने हमें सिखाया था। यह (जिसे भाजपा ने अपनाया है) औरंगजेब ने सिखाया होगा, जिस पर हम विश्वास नहीं करते। हमारा हिंदुत्व छत्रपति शिवाजी के महाराष्ट्र धर्म को आगे बढ़ाता है।’’
अपने खिलाफ बगावत करने वाले विधायकों को अयोग्य ठहराए जाने के मामले में फैसला आने में हो रही देरी को लेकर कटाक्ष करते हुए ठाकरे ने कहा, ‘‘हमें न्यायपालिका पर भरोसा है। इसका नतीजा 5 से 50 साल में आएगा। (विधानसभा) का कार्यकाल खत्म हो रहा है। अगर वे (बागी विधायक) अयोग्य ठहराए भी जाते हैं, तो वे चुनाव लड़ सकते हैं।’’शिवसेना (यूबीटी) प्रमुख ने यह भी कहा कि लोकतंत्र की दिनदहाड़े ‘हत्या’ की जा रही है लेकिन जनता की अदालत में न्याय होगा।
ध्यान रहे सन् 1761 में पानीपत की तीसरी लड़ाई मेंअफगान आक्रमणकारी अहमद शाह अब्दाली और पुणे के सदाशिवराव भाऊ पेशवा की मराठों की सेना में युद्ध हुआ था। वह लडाई अहमद शाह अब्दाली ने सदाशिवराव भाऊ को हराकर जीती थी। यह हार इतिहास मे मराठों की सबसे बुरी हार थी।