अगरतला। त्रिपुरा में भगवान जगन्नाथ की रथयात्रा के दौरान एक दुखद हादसे में सात लोगों की मौत हो गई है। घटना उनाकोटि जिले की है, जहां बुधवार शाम जगन्नाथ यात्रा का रथ हाईटेंशन तार की चपेट में आ गया। इससे दो बच्चों सहित सात लोगों की मौत हो गई, जबकि 18 लोग झुलस गए। उन्हें गंभीर हालत में अस्पताल में भर्ती कराया गया है। अपुष्ट सूचना के मुताबिक मरने वालों की संख्या ज्यादा है। कुछ सोशल मीडिया यूजर्स ने 22 मौतों की बात कही है। हालांकि इसकी आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई है।
बहरहाल, पुलिस के मुताबिक यह हादसा इस्कॉन मंदिर की ओर से निकाली जा रही उल्टा रथ यात्रा उत्सव के दौरान कुमारघाट इलाके में शाम साढ़े चार बजे हुआ। श्रद्धालु लोहे से बने रथ को खींच रहे थे। इसी दौरान रथ हाईटेंशन तार के संपर्क में आ गया। पुलिस ने घटना की जांच शुरू कर दी है। टीम यह पता लगाने की कोशिश कर रही है कि रथ बिजली के तार के संपर्क में कैसे आया। गौरतलब है कि धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, त्रिपुरा में भगवान जगन्नाथ की रथ यात्रा के एक सप्ताह बाद उल्टी रथ यात्रा निकलती है। इसमें भगवान के रथ को पीछे से खींचा जाता है। रथ पर भगवान जगन्नाथ के साथ भगवान बलभद्र और बहन सुभद्रा सवार रहती हैं।
मुख्यमंत्री माणिक साहा ने हादसे पर दुख जताया है। उन्होंने कहा- हादसे में कई तीर्थयात्रियों की जान चली गई। वहीं, कई लोग घायल हैं। मैं इस घटना से दुखी हूं। पीड़ित परिवारों के प्रति मेरी संवेदनाएं हैं और घायलों के जल्द स्वस्थ्य होने की कामना करता हूं। इस बीच राज्य के ऊर्जा मंत्री रतन लाल नाथ ने घटना की जांच के आदेश दे दिए हैं। उन्होंने कहा- मैंने स्थानीय विधायक भगवान दास और त्रिपुरा राज्य विद्युत निगम के डीजीएम से बात की है। अधिकारियों को जांच के आदेश देकर जल्दी से जल्दी रिपोर्ट सौंपने का आदेश दिया गया है।