नई दिल्ली। केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने मनमोहन सिंह के नेतृत्व वाली यूपीए सरकार पर गंभीर आरोप लगाए हैं। सरकार की ओर यूपीए सरकार के कार्यकाल पर पेश किए गए श्वेत पत्र पर चर्चा के दौरान निर्मला सीतारमण ने कहा कि यूपीए सरकार ने देश की अर्थव्यवस्था को तबाह कर दिया था। उन्होंने शुक्रवार को संसद मे कहा कि यूपीए सरकार के समय हुए घोटालों से पूरी दुनिया में देश की बदनामी हुई। वित्त मंत्री ने कहा कि यूपीए सरकार ने कोयले को राख बना दिया था, जबकि नरेंद्र मोदी की सरकार ने कोयले को हीरा बना दिया है।
लोकसभा में सरकार की ओर से पेश ‘भारतीय अर्थव्यवस्था पर श्वेत पत्र’ पर चर्चा के दौरान वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा कि अर्थव्यवस्था पर सही जानकारी के लिए श्वेत पत्र लेकर आए हैं। उन्होंने कहा- हमारे लिए देश सबसे पहले आता है। यही वजह है कि हमारे बीते दस साल में देश की अर्थव्यवस्था इतनी मजबूत हुई कि आज ये विश्व की पांचवें नंबर की अर्थव्यवस्था है। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा- भारतीय अर्थव्यवस्था को 10 साल की नाजुक स्थिति से बाहर निकालकर शीर्ष पांच में पहुंचाने के लिए सरकार ने श्वेत पत्र पटल पर रख दिया है। यह जिम्मेदारी के साथ रखा गया एक बयान है। यह एक गंभीर मुद्दा है।
निर्मला सीतारमण ने कहा- कॉमनवेल्थ गेम्स में कई घोटाले हुए, करोड़ों के घोटाले हुए, जिससे देश का नाम बदनाम हुआ। उन्होंने चुनौती देते हुए कहा- विपक्ष में साहस तो चर्चा में भाग ले। लेकिन विपक्ष में सच सुनने की ताकत नहीं है। वित्त मंत्री ने कहा कि यूपीए ने कोयला घोटाला कर देश का बहुत बड़ा नुकसान किया। इस घोटाले की वजह से लंबे समय तक कोई रोजगार पैदा नहीं हुआ था। देश को बाहर से कोयला मंगवाना पड़ रहा था। दूसरी ओर कांग्रेस ने सरकार के श्वेत पत्र को हास्यापद बताते हुए कहा कि सरकार बताए कि उसने मनमोहन सिंह की कौन सी योजना बंद कर दी। कांग्रेस ने कहा कि मोदी सरकार यूपीए सरकार के समय हुए कामकाज श्रेय ले रही है।