रायपुर। पांच राज्यों में मतदान प्रक्रिया मंगलवार यानी सात नवंबर को शुरू हो रही है। मंगलवार को छत्तीसगढ़ में पहले चरण का मतदान होगा, जिसके तहत 20 विधानसभा सीटों पर वोट डाले जाएंगे। मंगलवार को ही मिजोरम की सभी 40 सीटों पर वोट डाले जाएंगे। राज्य की 40 सीटों के लिए 174 उम्मीदवार मैदान में हैं और साढ़े आठ लाख से कुछ ज्यादा उम्मीदवार मतदान करेंगे। राज्य में सुरक्षा के कड़े बंदोबस्त किए गए हैं और म्यांमार से लगती सीमा को पूरी तरह से सील कर दिया गया है। मिजो नेशनल फ्रंट, जोराम पीपुल्स मोर्चा और कांग्रेस के बीच राज्य में त्रिकोणात्मक मुकाबला है।
छत्तीसगढ़ की 90 विधानसभा सीटों के लिए दो चरण में सात और 17 नवंबर को मतदान है। मंगलवार को पहले चरण के तहत 20 विधानसभा सीटों के लिए मतदान होगा। पहले चरण में नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में मतदान होना है इसलिए सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए हैं। बस्तर रेंज के आईजी सुंदरराज पी ने बताया है कि बस्तर संभाग में विधानसभा चुनाव के लिए व्यापक सुरक्षा व्यवस्था की गई है। केंद्रीय अर्धसैनिक बल के अलावा जिला रिजर्व गार्ड, विशेष कार्य बल, बस्तर फाइटर्स और कोबरा जैसे विशेष बलों को मतदान केंद्र और सड़कों की सुरक्षा के लिए तैनात किया गया है।
नक्सल प्रभावित संवेदनशीलता इलाकों में छह सौ से कुछ ज्यादा मतदान केंद्र तीन स्तरीय सुरक्षा घेरे में होंगे। चुनाव आयोग के मानदंडों के अनुसार अन्य मतदान केंद्रों पर केंद्रीय अर्धसैनिक बल और स्थानीय पुलिस की सुरक्षा व्यवस्था भी की जाएगी। सुरक्षा कारणों से दंतेवाड़ा, बीजापुर, नारायणपुर, अंतागढ़ और कोंटा विधानसभा क्षेत्रों के कुल 149 मतदान केंद्रों को नजदीकी पुलिस स्टेशन और सुरक्षा शिविरों में शिफ्ट कर दिया गया है। किसी तरह की नक्सली वारदात को रोकने के लिए पुलिस ड्रोन और हेलीकॉप्टर के जरिए नक्सली गतिविधियों पर नजर रख रही है।
पहले चरण में सात नवंबर को जिन 20 विधानसभा क्षेत्रों में मतदान होगा, उनमें नक्सल प्रभावित बस्तर संभाग की बारह विधानसभा सीटें भी शामिल हैं। इन 12 सीटों में से अंतागढ़, भानुप्रतापपुर, कांकेर, केशकाल, कोंडागांव, नारायणपुर, दंतेवाड़ा, बीजापुर और कोंटा सीटों पर सुबह सात बजे से दोपहर तीन बजे तक मतदान होगा। इनके अलावा बस्तर, जगदलपुर और चित्रकोट में सुबह आठ बजे से शाम पांच बजे तक मतदान होगा।