पटना। राष्ट्रीय जनता दल के सुप्रीमो लालू प्रसाद के बाद प्रवर्तन निदेशालय, ईडी ने उनके बेटे और बिहार के पूर्व उप मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव से पूछताछ की है। रेलवे में नौकरी देने के बदले जमीन लेने के कथित घोटाले से जुड़े धन शोधन के मामले में मंगलवार को तेजस्वी यादव से पूछताछ की गई। एक दिन पहले सोमवार को ईडी ने लालू प्रसाद से करीब 10 घंटे तक पूछताछ की थी। तेजस्वी यादव से मंगलवार को ईडी ने करीब नौ तक पूछताछ की। वे साढ़े आठ बजे के करीब ईडी कार्यालय से निकले और अपने समर्थकों को विक्ट्री साइन दिखाया।
इससे पहले बिहार के पूर्व उप मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव मंगलवार सुबह करीब साढ़े 11 बजे ईडी कार्यालय परिसर में दाखिल हुए थे। उसके बाद उनसे पूछताछ शुरू हुई। तेजस्वी से पूछताछ के दौरान उनकी पार्टी के नेता ईडी कार्यालय के सामने डटे रहे और नारेबाजी करते रहे। उनकी बहन और राज्यसभा सांसद मीसा भारती भी थोड़ी देर के लिए ईडी कार्यालय के बाहर पहुंची थीं। उनके भाई और पूर्व मंत्री तेज प्रताप यादव भी उनके साथ थे। दोनों के सामने मंगलवार की शाम को राजद कार्यकर्ताओं ने जम कर नारेबाजी और हंगामा किया।
गौरतलब है कि ईडी ने 19 जनवरी को लालू प्रसाद और उनके बेटे तेजस्वी यादव से पूछताछ के लिए नया समन जारी किया था। इस मामले में राजद के दोनों नेताओं से पूछताछ के लिए दिल्ली से ईडी अधिकारियों की एक टीम रविवार को पटना पहुंची थी। इस मामले में राउज एवेन्यू कोर्ट की ओर से राबड़ी देवी, मीसा भारती और हेमा यादव को नौ फरवरी को बुलाया गया है। उस दिन उनके खिलाफ आरोप दर्ज होंगे। इस बीच राजद ने भाजपा के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार पर देश में विपक्षी नेताओं को निशाना बनाने के लिए केंद्रीय जांच एजेंसियों का दुरुपयोग करने का आरोप लगाया है। राजद सांसद मनोज झा ने मंगलवार को कहा- भाजपा ईडी, सीबीआई और आईटी विभाग का इस्तेमाल उन लोगों के खिलाफ करती है जिनसे वह डरती है।