बेंगलुरू। कर्नाटक में सैकड़ों महिलाओं का यौन शोषण करने के आरोपों की जांच कर रही विशेष जांच टीम यानी एसआईटी ने पूर्व प्रधानमंत्री एचडी देवगौड़ा के विधायक बेटे एचडी रेवन्ना और सासंद पोते प्रज्ज्वल रेवन्ना को नोटिस भेजा है। इस नोटिस में दोनों को एसआईटी के सामने पेश होने को कहा गया है। हालांकि, पेश होने की तारीख का पता नहीं चला है। इस एसआईटी का नेतृत्व राज्य के वरिष्ठ पुलिस अधिकारी एडीजीपी वीके सिंह कर रहे हैं।
इस बीच हसन से जेडीएस के सांसद प्रज्ज्वल रेवन्ना ने सोशल मीडिया पर लिखा है- चूंकि मैं पूछताछ में शामिल होने के लिए बेंगलुरु में नहीं हूं, इसलिए मैंने अपने वकील के माध्यम से सीआईडी बेंगलुरु को सूचित कर दिया है। सच्चाई जल्दी ही सामने आएगी। गौरतलब है कि रेवन्ना और उनके बेटे प्रज्ज्वल के खिलाफ उनके घर काम करने वाली महिला ने यौन शोषण का मुकदमा दर्ज कराया है। केस हासन के होलेनरासीपुर थाने में दर्ज कराया गया। प्रज्ज्वल के दौ सौ से ज्यादा वीडियो वायरल हुए हैं। दावा किया जा रहा है कि वायरल वीडियो में दिख रहीं महिलाएं खुद को छोड़ने की गुहार लगाती हुई रो रही हैं और प्रज्ज्वल वीडियो शूट कर रहे हैं।
बहरहाल, मामले की जांच के लिए बनी एसआईटी का एडीजीपी वीके सिंह कर रहे हैं। इनके अलावा डीजी सीआईडी सुमन डी पेन्नेकर और आईपीएस सीमा लाटकर भी इसमें शामिल हैं। इससे पहले पूर्व मुख्यमंत्री और प्रज्ज्वल के चाचा एचडी कुमारस्वामी ने मंगलवार को जनता दल एस कोर कमेटी की बेंगलुरु में मीटिंग की। इसमें प्रज्ज्वल रेवन्ना को पार्टी से निलंबित कर दिया गया है। गौरतलब है कि प्रज्ज्वल हासन से पार्टी के मौजूदा सांसद और लोकसभा के उम्मीदवार भी हैं। हासन में 26 अप्रैल को दूसरे चरण में वोटिंग हुई थी। इसके बाद प्रज्ज्वल जर्मनी चले गए।