टोक्यो। साल के पहले दिन एक जनवरी को जापान में 7.5 तीव्रता का जोरदार भूकंप आया। करीब डेढ़ घंटे में 21 बार धरती हिली। इस भीषण भूकंप के बाद जापान सहित चीन और कई दूसरे देशों ने सुनामी का अलर्ट जारी किया है। 7.5 तीव्रता के भूकंप की वजह से जापान के तटों पर पांच मीटर तक ऊंची सुनामी की लहरें टकराई हैं। स्थानीय मीडिया ने बताया कि सोमवार को उत्तरी मध्य जापान में 7.5 तीव्रता का भूकंप दर्ज किया गया।
रॉयटर्स की खबर के मुताबिक, जापान मौसम विज्ञान एजेंसी ने इशिकावा, निगाटा और टोयामा प्रांत के तटीय क्षेत्रों में सुनामी की चेतावनी जारी की है। मौसम एजेंसी के अनुसार, भूकंप के कारण पांच मीटर तक ऊंची लहरें इशिकावा प्रांत में नोटो तक पहुंच रही है। जापान में सुनामी की पांच मीटर ऊंची लहरें उठने की आशंका के बीच तटीय इलाकों में बसे लोगों को सुरक्षित स्थानों पर जाने का निर्देश दिया गया है।
इस बीच राहत टीमें भी सुनामी प्रभावित क्षेत्र में पहुंच गई हैं। जापान की सरकारी प्रसारण एजेंसी ‘एनएचके’ की रिपोर्ट के मुताबिक, इशिकावा प्रांत में वाजिमा शहर के तट पर एक मीटर से अधिक ऊंची लहरें उठीं। एनएचके की रिपोर्ट के अनुसार, होकुरिकु इलेक्ट्रिक पावर ने कहा कि वह अपने परमाणु ऊर्जा संयंत्रों में किसी भी अनियमितता की जांच कर रहे हैं। हवाई स्थित प्रशांत सुनामी चेतावनी केंद्र ने कहा कि जापान तट पर भूकंप के केंद्र के तीन सौ किलोमीटर के भीतर खतरनाक सुनामी लहरें संभव हैं।
जेएमए ने कहा कि जापान के मुख्य द्वीप होंशू के जापान सागर की ओर स्थित नोटो क्षेत्र में तेज भूकंप के झटके महसूस किए गए, जिसकी शुरुआत स्थानीय समयानुसार शाम 4:06 बजे 5.7 तीव्रता के झटके से हुई। इसके बाद शाम 4:10 बजे 7.6 तीव्रता का भूकंप आया जो सबसे बड़ा था। इसके बाद कई और झटके आए लेकिन सबकी तीव्रता कम थी।