मुंबई/नई दिल्ली। देश और दुनिया की कई मशहूर हस्तियों की तरह ही भारत रत्न से सम्मानित क्रिकटर सचिन तेंदुलकर भी डीपफेक का शिकार हो गए हैं। पिछले कुछ दिनों से उनका एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है, जिसमें वे ‘स्काईवर्ड एविएटर क्वेस्ट’ गेमिंग ऐप को प्रमोट करते नजर आ रहे हैं। खुद सचिन ने सोशल मीडिया पर इस वीडियो को पोस्ट करके लिखा कि ये वीडियो नकली है और आपको धोखा देने के लिए बनाया गया है। उन्होंने कहा- टेक्नोलॉजी का इस प्रकार का दुरुपयोग बिल्कुल गलत है। तेंदुलकर ने इस मैसेज के साथ भारत सरकार, इलेक्ट्रोनिक्स और प्रौद्योगिकी राज्य मंत्री राजीव चंद्रशेखर और महाराष्ट्र साइबर पुलिस को टैग किया है।
इसके तुरंत बाद राजीव चंद्रशेखर ने सचिन तेंदुलकर द्वारा साझा किए गए वीडियो पर चिंता जताई। उन्होंने कहा- आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस द्वारा संचालित डीपफेक और गलत सूचना भारतीय यूजर्स की सुरक्षा और विश्वास के लिए खतरा है। इससे नुकसान हो सकता है और कानून के उल्लंघन का मामला भी बनता है। गौरतलब है कि इससे पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र खुद इस पर चिंता जता चुके हैं। उन्होंने यह भी कहा कि उनका भी एक डीपफेक किया हुआ वीडियो वायरल हो रहा है।
बहरहाल, तेंदुलकर की शिकायत के बाद चंद्रशेखर ने कहा- आईटी मंत्रालय द्वारा जारी हालिया सलाह में सोशल मीडिया प्लेटफार्मों को इसका सौ फीसदी अनुपालन करने की जरूरत है। इनके द्वारा अनुपालन सुनिश्चित करने के लिए मंत्रालय जल्द ही आईटी अधिनियम के तहत सख्त नियमों को अधिसूचित करेगा। सचिन के गेम प्रमोट करने वाले वीडियो में यह झूठा दावा भी किया गया है कि उनकी बेटी सारा इससे वित्तीय लाभ उठा रही है। सरकार ने इस शिकायत को काफी गंभीरता से लिया है।