नई दिल्ली। तीन राज्यों में राज्यसभा की 15 सीटों के लिए मंगलवार को मतदान हुआ। तीनों राज्यों में जम कर क्रॉस वोटिंग हुई। हिमाचल प्रदेश और उत्तर प्रदेश में भाजपा के पक्ष में कांग्रेस और समाजवादी पार्टी के विधायकों ने क्रॉस वोटिंग की तो कर्नाटक में भाजपा के एक विधायक ने कांग्रेस के समर्थन में वोट डाला तो एक अन्य विधायक मतदान से गैरहाजिर रहे।
कर्नाटक में राज्यसभा की चार सीटों पर हुई वोटिंग में कांग्रेस के अजय माकन, नासिर हुसैन और जीसी चंद्रशेखर जीते। वहीं बीजेपी के नारायण बंदिगे ने जीत दर्ज की। भाजपा के विधायक एसटी सोमशेखर रेड्डी के क्रॉस वोटिंग करने की खबर है। भाजपा की सहयोगी जेडीएस के कुपेंद्र रेड्डी पांचवें उम्मीदवार थे, जो चुनाव हार गए।
हिमाचल प्रदेश में कांग्रेस के छह विधायकों ने क्रॉस वोटिंग की। सरकार को समर्थन दे रहे तीन निर्दलीय विधायकों ने भी भाजपा उम्मीदवार हर्ष महाजन को वोट दिया। 68 सदस्यों की विधानसभा में एक सीट जीतने के लिए 35 वोट की जरुरत थी, जबकि कांग्रेस के पास 40 विधायक अपने थे और तीन निर्दलीय विधायकों का समर्थन था।
इसके बावजूद कांग्रेस के अभिषेक सिंघवी चुनाव नहीं जीत पाए। मंगलवार को वोटिंग के बाद थोड़ी देर तक गिनती रूकी रही। दोनों प्रत्याशियों को 34-34 वोट मिले, जिसके बाद टॉस के जरिए हर्ष महाजन को विजयी घोषित कर दिया गया।
सबसे ज्यादा ड्रामा उत्तर प्रदेश में हुआ, जहां समाजवादी पार्टी के आठ विधायकों के क्रॉस वोटिंग करने की खबर है। भाजपा की सहयोगी सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी के दो विधायकों के भी क्रॉस वोटिंग करने की खबर है। इससे पहले मंगलवार को दिन में वोटिंग शुरू होने के कुछ देर बाद ही विधानसभा में समाजवादी पार्टी के मुख्य सचेतक मनोज कुमार पांडे ने पद से इस्तीफा दे दिया।
इसके बाद खबर आई कि राकेश पांडेय, राकेश प्रताप सिंह, अभय सिंह, विनोद चतुर्वेदी, मनोज पांडेय, पूजा पाल और आशुतोष मौर्य ने भाजपा उम्मीदवार के पक्ष में वोट किया। गौरतलब है कि उत्तर प्रदेश में 10 सीटें खाली हुई थीं। भाजपा ने आठ और सपा ने तीन उम्मीदवार उतारे थे, जिससे वोटिंग की नौबत आई थी। सपा विधायकों की क्रॉस वोटिंग से भाजपा के आठवें उम्मीदवार संजय सेठ चुनाव जीत गए।