नई दिल्ली। कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने यूजीसी-नेट और नीट-यूजी की परीक्षाओं में कथित पेपर लीक के मुद्दे को लेकर केंद्र सरकार पर तीखा हमला किया है और कटाक्ष करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा रूस-यूक्रेन युद्ध रोक देने के दावे किए गए, लेकिन वह पेपर लीक को रोक नहीं पा रहे या फिर इसे रोकना नहीं चाहते हैं।
उन्होंने दावा किया कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी मनोवैज्ञानिक रूप से टूट चुके हैं तथा उनकी छाती ‘‘56 इंच से कम होकर 30-32 इंच रह गई है।’’फिलहाल उनकी चिंता सिर्फ लोकसभा अध्यक्ष के चुनाव और अपनी सरकार बचाने की है।
राहुल गांधी ने कहा कि विपक्षी दल संसद के आगामी सत्र में पेपर लीक के मुद्दे को उठाएंगे।उन्होंने कहा, ‘‘कहा जा रहा था कि नरेन्द्र मोदी जी ने रूस-यूक्रेन के युद्ध को रोक दिया था। इजरायल और गाजा के बीच युद्ध को को रोक दिया था। लेकिन नरेन्द्र मोदी हिंदुस्तान में पेपर लीक को रोक नहीं पा रहे हैं या रोकना नहीं चाहते हैं।राहुल गांधी ने दावा किया, ‘‘अगर मैं कहूं तो प्रधानमंत्री मनोवैज्ञानिक रूप से टूट चुके हैं। वह मनोवैज्ञानिक रूप से ढह गए हैं और इस तरह सरकार चलाने के लिए संघर्ष करेंगे…मोदी का सरकार चलाने का विचार लोगों में डर पैदा करना, उन्हें डराना और बोलने नहीं देना है।’’
उन्होंने कहा, ‘‘इस चुनाव में मोदी की मूल अवधारणा नष्ट हो गयी है। अब हमारे पास एक मजबूत विपक्ष है।’’
उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री का मुख्य एजेंडा लोकसभा अध्यक्ष का चुनाव है तथा उन्हें नीट की कोई चिंता नहीं है।कांग्रेस नेता ने दावा किया कि प्रधानमंत्री की सिर्फ यही कोशिश है कि किसी तरह से उनका (भाजपा) लोकसभा अध्यक्ष बन जाए और उनकी सरकार इस स्थिति से आगे निकल जाए।
राहुल गांधी ने कहा, ‘‘देखिए, वह (मोदी) गुजरात मॉडल फिर वो राष्ट्रीय स्तर पर लाए, वो ‘कांसेप्ट (परिकल्पना)’ क्या था। यह मार्केटिंग और डर का कांसेप्ट था…अब हुआ क्या, अब देश में उनसे कोई डरता ही नहीं….जो पहले 56 इंच की छाती थी, अब नंबर तो नहीं दे सकता हूं, पर 30-32 हो गई है।’’