बेंगलुरू। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इलेक्ट्रोनिक वोटिंग मशीन यानी ईवीएम और वीवीपैट को लेकर आए सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बहाने मुख्य विपक्षी पार्टी कांग्रेस पर तंज किया है। उन्होंने कहा है कि कांग्रेस अब इस पर माथापच्ची कर रही है कि हार के लिए किसको जिम्मेदार ठहराएगी। मोदी ने रविवार को कर्नाटक के बेलगावी, उत्तर कन्नड़, दावणगेरे और बेल्लारी में सभाएं की। उन्होंने कांग्रेस पर मुस्लिम तुष्टिकरण के आरोप लगाते हुए कहा कि वह राजा, महाराजाओं पर तो हमला करती है लेकिन नवाबों, सुल्तानों पर कुछ नहीं बोलती है।
प्रधानमंत्री ने कांग्रेस और विपक्षी पार्टियों पर तंज करते हुए रविवार को कहा- ये पहले जब भी हार जाते थे तो ईवीएम की टोपी पहना देते थे। चुनाव आते ही दिन, रात ईवीएम की माला जपते रहते थे। अब परसों सुप्रीम कोर्ट ने ऐसा चांटा मारा कि वे असमंजस में हैं कि अपनी पार्टी के कार्यकर्ताओं को सांत्वना देने के लिए क्या कहेंगे…। अब पूरी कांग्रेस इसकी ड्राफ्टिंग में लगी है कि चुनाव हार जाएं तो क्या बयान देना है।
तुष्टिकरण के आरोप लगाते हए प्रधानमंत्री ने कहा- कांग्रेस के शहजादे को हमारे राजा, महाराजाओं के योगदान याद नहीं आते। ये वोट बैंक की राजनीति के लिए राजा, महाराजाओं के खिलाफ बोलने की हिम्मत करते हैं और नवाबों, बादशाहों और सुल्तानों के खिलाफ एक शब्द बोलने की ताकत नहीं है। कांग्रेस को देश की उपलब्धियां अच्छी नहीं लगती। कोरोना वैक्सीन पर भी सवाल उठाए थे। मोदी ने कहा- तुष्टिकरण ही कांग्रेस का लक्ष्य और मिशन है। पीएफआई एक राष्ट्र विरोधी संगठन, जिसे हमारी सरकार ने प्रतिबंधित कर दिया था, कांग्रेस अपने राजनीतिक फायदे के लिए एक माध्यम के रूप में इसका इस्तेमाल कर रही है। वायनाड में सिर्फ एक सीट जीतने के लिए कांग्रेस ऐसे आतंकी संगठन का बचाव करने में जुटी है।