नई दिल्ली। संसद के शीतकालीन सत्र के पहले दिन सोमवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने विपक्षी पार्टी कांग्रेस पर तंज किया। उन्होंने उत्तर भारत के तीन राज्यों में कांग्रेस की हार का परोक्ष रूप से हवाला देते हुए कहा कि उसे हार का गुस्सा सदन में नहीं निकालना चाहिए। इससे पहले सोमवार को लोकसभा में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के पहुंचते ही भाजपा के सांसदों ने उनका जोरदार स्वागत किया। सांसदों ने मोदी, मोदी के नारे लगाए और मेज थपथपा कर मोदी का स्वागत किया।
सत्र शुरू होने से पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने विपक्ष से सहयोग की अपील की। उन्होंने कांग्रेस पर तंज करते हुए कहा- बाहर मिली पराजय का गुस्सा सदन में मत निकालिए। सदन में सकारात्मक चर्चा कीजिए। लोकसभा में कार्यवाही शुरू होते ही विपक्षी सांसदों ने बैनर लहराए। इस पर स्पीकर ओम बिड़ला ने कहा कि सदन में प्लेकार्ड्स नहीं ला सकते। सदन नियमों के मुताबिक ही चलेगा।
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा- राजनीतिक गर्मी बड़ी तेजी से बढ़ रही है। चार राज्यों के नतीजे आए हैं। बहुत ही उत्साहवर्धक परिणाम हैं। ये देश के उज्ज्वल भविष्य के लिए हैं। महिलाएं, युवा, किसान और गरीब ये ऐसी महत्वपूर्ण जातियां हैं, जिनका एम्पॉवरमेंट जरूरी है। उन्होंने कहा- जब आप लोक कल्याण के लिए काम करते हैं तो एंटी इन्कम्बेंसी फैक्टर खत्म हो जाता है। संसद की नई इमारत को लेकर उन्होंने कहा- नई संसद है, कुछ कमियां महसूस हो सकती हैं। उन्हें दूर करेंगे। मुझे विश्वास है कि स्पीकर और उप राष्ट्रपति के निर्देशन में संसद चलेगी।
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा- सत्र के लिए हम विपक्ष के साथियों के साथ चर्चा करते हैं। इस बार भी ऐसा ही हुआ है। लोकतंत्र का ये मंदिर जन आकांक्षाओं के लिए, विकसित भारत की नींव मजबूत बनाने के लिए महत्वपूर्ण मंच है। उन्होने कहा- सभी सांसद ज्यादा से ज्यादा तैयारी करके आएं। बिलों पर अच्छी बहस हो और ज्यादा से ज्यादा सुझाव आएं। जब चर्चा नहीं होती तो देश इन चीजों को मिस करता है। मोदी ने विपक्षी पार्टियों से कहा- वर्तमान चुनाव नतीजों के आधार पर कहूं तो विपक्ष के साथियों के लिए अच्छी अपॉरच्युनिटी है। पिछले नौ साल की नकारात्मकता छोड़कर सकारात्मकता लेकर आइए। गौरतलब है कि संसद का शीतकालीन सत्र चार से 22 दिसंबर तक चलेगा। इस दौरान सरकार डेढ़ दर्जन विधेयक पास कराएगी।