नई दिल्ली। पाकिस्तान और अफगानिस्तान को छोड़ कर दक्षिण एशिया के सात देशों के नेता भारत की नई सरकार के शपथ समारोह का हिस्सा बने। गौरतलब है कि प्रधानमंत्री के तौर पर अपनी पहली शपथ के समय नरेंद्र मोदी ने पाकिस्तान के तब के प्रधानमंत्री नवाज शरीफ को भी आमंत्रित किया था। बहरहाल, रविवार को नरेंद्र मोदी और उनकी सरकार के शपथ समारोह में मालदीव के राष्ट्रपति मोहम्मद मुइज्जू भी पहुंचे, जिन्होंने चुनाव जीतने के बाद से भारत विरोधी रुख अख्तियार किया हुआ था।
मुइज्जु ने मालदीव से ‘इंडिया आउट’ कैंपेन चलाया हुआ था लेकिन भारत के न्योते पर वे भी शपथ समारोह में पहुंचे। बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना मोदी के तीसरी बार प्रधानमंत्री बनने की गवाह बनीं। भारत की ‘नेबरहुड फर्स्ट’ पॉलिसी और ‘सागर विजन’ के तहत श्रीलंका, मॉरिशस, नेपाल, बांग्लादेश, मालदीव, सेशेल्स और भूटान के नेताओं को समारोह में बुलाया गया था। श्रीलंका के राष्ट्रपति रानिल विक्रमसिंघे, मॉरिशस के प्रधानमंत्री प्रविंद जगन्नाथ, नेपाल के प्रधानमंत्री पुष्प कमल दहल आदि नेता शपथ समारोह में शामिल हुए।