नई दिल्ली। नरेंद्र मोदी तीसरी बार प्रधानमंत्री पद की शपथ नौ जून यानी रविवार को ले सकते हैं। पहले कहा जा रहा था कि वे आठ जून को शपथ लेंगे लेकिन गुरुवार को सूत्रों के हवाले से खबर आई कि प्रधानमंत्री की शपथ एक दिन टल गई है। वे अब नौ जून को शपथ लेंगे। उससे पहले सात जून को एक बार फिर भाजपा और एनडीए के सभी घटक दलों की बैठक होगी। बताया जा रहा है कि इस बैठक में टीडीपी प्रमुख चंद्रबाबू नायडू हिस्सा लेंगे। जानकार सूत्रों के मुताबिक मोदी शुक्रवार को एनडीए के नेताओं के साथ राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू से मिलने जाएंगे और सरकार बनाने का दावा करेंगे।
इस बीच नई सरकार की शपथ से पहले मंत्री पद को लेकर चर्चाएं शुरू हो गई हैं। कहा जा रहा है कि भाजपा इस बार नए लोगों पर शायद ही दांव लगाए। लोकसभा में सीटों की संख्या को देखते हुए पुराने और आजमाए हुए नेताओं को रिपीट करने की चर्चा है। दूसरी ओर सहयोगी पार्टियों की ओर से भी मंत्री पद की बड़ी दावेदारी चल रही है। नीतीश कुमार चार मंत्री पद मांग रहे हैं तो चिराग पासवान भी दो मंत्री पद चाह रहे हैं। चंद्रबाबू नायडू ने पांच मंत्री पद और स्पीकर का दावा रखा है।
इस अटकलों के बीच गुरुवार को दिल्ली में भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा के घर पर एक अहम बैठक हुई। इसमें राजनाथ सिंह और अमित शाह भी मौजूद रहे। बैठक में नई सरकार बनाने, भाजपा और उसके सहयोगी दलों को मंत्रिमंडल में जगह देने और शपथ ग्रहण की तैयारियों सहित कई मुद्दों पर चर्चा की खबर है। गौरतलब है कि लोकसभा चुनाव 2024 में भाजपा को 240 सीटें मिली हैं। यह बहुमत के आंकड़े से 32 सीटें कम हैं। हालांकि, एनडीए ने 293 सीटों के साथ बहुमत के आंकड़े को पार कर लिया।
एनडीए में भाजपा के अलावा 14 सहयोगी दलों के 53 सांसद हैं। गठबंधन में चंद्रबाबू नायडू की टीडीपी 16 सीटों के साथ दूसरी और नीतीश कुमार की जदयू 12 सीटों के साथ तीसरी सबसे बड़ी पार्टी है। टीडीपी ने पुराने फॉर्मूले पर स्पीकर पद की मांग की थी। लेकिन बताया जा रहा है कि भाजपा लोकसभा स्पीकर का पद भी अपने पास रखेगी। इसके अलावा शीर्ष चारों मंत्रालय भी भाजपा अपने ही पास रखेगी। सहयोगी पार्टियों को कृषि, ग्रामीण विकास, जल शक्ति, शहरी विकास, नागरिक विमानन आदि मंत्रालय मिल सकते हैं।