द्वारका। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा कि कांग्रेस की पूरी ताकत एक परिवार को आगे बढ़ाने में लगी है। यदि सब कुछ एक ही परिवार के लिए करना होगा तो राष्ट्र निर्माण की याद कैसे आएगी? उनकी सारी ऊर्जा इस बात पर केंद्रित थी कि घोटालों को कैसे छुपाया जाये।कांग्रेस शासन में हर तरह के घोटाले होते थे। उनकी सरकार ने पिछले 10 साल में उन सब पर रोक लगा दी है। PM Modi in Gujarat
प्रधानमंत्री एक जनसभा को संबोधित कर रहे थे। उन्होने कहा, ‘‘जिन लोगों ने लंबे समय तक देश पर शासन किया, उनमें आम जनता को सुविधाएं मुहैया कराने की इच्छा शक्ति, इरादा और समर्पण नहीं था।’’
मोदी ने कहा कि कांग्रेस भारत की अर्थव्यवस्था को केवल 11वीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बना सकी, क्योंकि पार्टी के पास विशाल देश के लोगों के बड़े सपनों को पूरा करने की क्षमता नहीं थी।जब अर्थव्यवस्था छोटी थी, तो इसमें विशाल राष्ट्र के बड़े सपनों को पूरा करने की क्षमता नहीं थी। उन्होंने कहा कि बुनियादी ढांचे के लिए जो भी थोड़ा बजट रखा गया था, उसे घोटालों के जरिये लूट लिया गया।
प्रधानमंत्री ने कहा कि जब दूरसंचार अवंसरचना में सुधार का समय आया तो कांग्रेस ने टू-जी घोटाला किया और जब खेल अवसरंचना को मजबूत करने का समय आया तो कांग्रेस ने राष्ट्रमंडल घोटाला किया।उन्होंने कहा कि जब रक्षा क्षेत्र में बुनियादी ढांचे को मजबूत करने का समय था तब कांग्रेस ने हेलीकॉप्टर और पनडुब्बी घोटाले को अंजाम दिया।
मोदी ने कहा, ‘‘कांग्रेस देश की हर जरूरत के साथ धोखा ही कर सकती है। वर्ष 2014 में जब आप सभी ने मुझे आशीर्वाद देकर दिल्ली भेजा था, तब मैंने आप सभी से वादा किया था कि मैं (किसी को) देश को लूटने नहीं दूंगा। कांग्रेस के जमाने में जो हजारों करोड़ रुपये के घोटाले होते थे, वे सब बंद हो गए हैं।’’
उन्होंने कहा, ‘‘यह पुल बेट द्वारका द्वीप को ओखा मुख्य भूमि से जोड़ेगा और इस जगह की सुंदरता को बढ़ाएगा। जो सपना देखा था, जिसका शिलान्यास किया गया था, वह पूरा हुआ। ये जनता के सेवक मोदी की गारंटी है।’’मोदी ने कहा कि ‘सुदर्शन सेतु’ केवल एक पुल नहीं है, बल्कि एक इंजीनियरिंग चमत्कार है, जो नौकाओं पर पर्यटकों और तीर्थयात्रियों की निर्भरता को कम कर देगा।
प्रधानमंत्री ने दोहराया, ‘‘आधुनिक संपर्क एक समृद्ध और मजबूत राष्ट्र बनाने का एक तरीका है।’’ मोदी ने दावा किया कि गुजरात के मुख्यमंत्री के रूप में उन्होंने कई बार ऐसे पुल का विचार (कांग्रेस शासित) केंद्र के सामने रखा था, लेकिन केंद्र ने कभी इस पर ध्यान नहीं दिया।