नई दिल्ली। संसद की सुरक्षा में सेंध की जांच के लिए पुलिस घटना का सीन रीक्रिएट करेगी। दिल्ली पुलिस की काउंटर इंटेलीजेंस की टीम ने लोकसभा स्पीकर को चिट्ठी लिख कर सीन रीक्रिएट करने की अनुमति मांगी है। पुलिस का मानना है कि इससे घटना की असली तस्वीर सामने आएगी और सभी आरोपियों की भूमिका का भी पता चलेगा। यह भी बताया गया है कि दिल्ली पुलिस जल्दी ही कर्नाटक से भाजपा के सांसद प्रताप सिम्हा से पूछताछ करेगी। गौरतलब है कि संसद की सुरक्षा में घुसपैठ करने वाले आरोपियों का संसद में प्रवेश करने का पास प्रताप सिम्हा के दस्तखत से ही बना था।
इस बीच संसद की सुरक्षा में सेंध लगाने के मामले में दिल्ली पुलिस ने शनिवार को एक और आरोपी महेश कुमावत को गिरफ्तार कर लिया गया। पुलिस ने उसे पटियाला हाउस कोर्ट में पेश किया, जहां से उसे सात दिन की पुलिस हिरासत में सौंप दिया गया। पुलिस का मानना है कि महेश कुमावत को घटनाक्रम के बारे में पूरी जानकारी है और वह बुधवार को हुई घटना के बाद का सारी चीजों में भी शामिल हो सकता है। इस बीच पुलिस के सूत्रों का कहना है कि संसद में घुसपैठ की साजिश दो साल से चल रही थी।
गौरतलब है कि मामले में अब तक छह लोग पकड़े गए हैं। घटना के दिन 13 दिसंबर को चार आरोपी पकड़े गए थे। इसके बाद घटना के मास्टरमाइंड ललित झा ने 14 दिसंबर को पुलिस के सामने सरेंडर किया था। छठा आरोपी महेश कुमावत है, जो ललित झा के साथ थाने पहुंचा था। इस मामले में विकी शर्मा और उसकी पत्नी राखी को हिरासत में लेकर पूछताछ की गई थी, बाद में उन्हें छोड़ दिया गया। विकी के गुड़गांव स्थित घर पर ही चार आरोपी रुके थे।
इस बीच दिल्ली पुलिस के सूत्रों के मुताबिक, लोकसभा की दर्शक दीर्घा से सदन में कूदने वाले सागर शर्मा और मनोरंजन डी एक या दो नहीं, बल्कि सात स्मोक केन यानी धुआं फैलाने वाला उपकरण लेकर गए थे। पुलिस की तरफ से यह भी बताया गया है कि आरोपियों ने संसद के आसपास के इलाके की गूगल के जरिए रेकी की थी। वे लोग कई चीजों के बारे में जानते थे। उन्होंने संसद की सुरक्षा व्यवस्था का पता लगाने के लिए पुराने वीडियोज भी देखे थे।
पुलिस ने यह भी खुलासा किया है कि आरोपियों की संसद के बाहर आत्मदाह करने की भी योजना थी। जांच से जुड़े दिल्ली पुलिस के एक अधिकारी के हवाले से मीडिया में खबर आई है कि आरोपियों ने संसद में कूदने से पहले कुछ दूसरे प्लान भी बनाए थे। एक आरोपी ने संसद के बाहर आत्मदाह करने के बारे में सोचा था। बाद में मन बदल दिया। यही नहीं, आरोपियों ने संसद के अंदर पर्चे बांटने पर भी विचार किया था।