नई दिल्ली। संसद के मानसून सत्र के चौथे दिन गुरुवार को संसद के दोनों सदनों में पक्ष और विपक्ष के सांसदों की कहासुनी और स्थगन के बीच बजट पर चर्चा जारी रही। केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने मंगलवार को बजट पेश किया था। बजट पर चल रही चर्चा में गुरुवार को दोनों सदनों में सदस्यों के बीच कहासुनी हुई, जिससे कार्यवाही स्थगित करनी पड़ी। लोकसभा में कांग्रेस के चरणजीत सिंह चन्नी और केंद्रीय मंत्री रवनीत सिंह बिट्टू की कहासुनी के कारण सदन स्थगित करना पड़ा। राज्यसभा में भी सदन की कार्यवाही तीन बजे तक स्थगित हुई। लेकिन उसके बाद चर्चा जारी रही।
लोकसभा में कांग्रेस सांसद और पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी ने कहा कि मौजूदा सरकार अंग्रेजों की तरह काम कर रही है। देश के व्यापार पर कुछ लोगों का कब्जा करा रही है। इस पर केंद्रीय मंत्री रवनीत सिंह बिट्टू ने टोका टोकी की तो चन्नी ने कहा- आपके दादा शहीद हुए थे लेकिन वे उस दिन मरे जिस दिन आप कांग्रेस छोड़ कर भाजपा में शामिल हुए। इस पर रवनीत बिट्टू भड़क गए और कहा- मेरे दादाजी कांग्रेस के लिए नहीं देश के लिए शहीद हुए। इसके बाद उन्होंने कहा- अगर चन्नी सबसे अमीर और करप्ट ना हो तो मैं अपना नाम बदल दूंगा। इसके बाद हंगामा हो गया। कांग्रेस सांसद वेल तक पहुंच गए। बिट्टू आगे बढ़े तो राजनाथ सिंह ने रोका और इस बीच कार्यवाही स्थगित कर दी गई। चन्नी ने खालिस्तान समर्थक अमृतपाल का भी समर्थन किया, जिस पर सदन में हंगामा हुआ।
उधर राज्य सभा में केंद्रीय मंत्री जितेंद्र सिंह ने बताया कि यूपीएससी, एसएससी, आरआरबी और आईबीपीएस की तरफ से बीते दो साल में कराई गई किसी परीक्षा में पेपर लीक की कोई घटना नहीं हुई है। सिर्फ पांच मई को एनटीए की तरफ से कराई गई नीट यूजी की परीक्षा में कुछ गड़बड़ियों की बात सामने आई है। राज्यसभा में चर्चा के दौरान आम आदमी पार्टी के सांसद राघव चड्ढा ने महंगाई का मुद्दा उठाया और इंडेक्सेशन खत्म किए जाने पर आपत्ति जताई। उन्होंने सरकार से इसे बहाल करने की अपील की।