नई दिल्ली। संसद का बजट सत्र बुधवार से शुरू हो रहा है। पहले दिन राष्ट्रपति के अभिभाषण से सत्र शुरू होगा और एक फरवरी को वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण अंतरिम बजट पेश करेंगी। इससे पहले संसद से निलंबित सभी 146 सांसदों का निलंबन रद्द हो गया है। यानी ये सभी सांसद बुधवार से शुरू हो रहे सत्र में हिस्सा ले सकेंगे। सत्र शुरू होने से एक दिन पहले सर्वदलीय बैठक हुई, जिसमें 30 पार्टियों के 45 नेता शामिल हुए। सरकार की ओर से रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, संसदीय कार्य मंत्री प्रहलाद जोशी, राज्यसभा में सदन के नेता पीयूष गोयल आदि शामिल हुए।
सर्वदलीय बैठक के बाद प्रहलाद जोशी ने शीतकालीन सत्र में निलंबित 146 सांसदों का निलंबन समाप्त किए जाने की जानकारी दी। गौरतलब है कि शीतकालीन सत्र के दौरान लोकसभा और राज्यसभा के 146 सांसदों को निलंबित कर दिया गया था। इनमें से 132 सांसदों को पूरे सत्र के लिए ही निलंबित किया गया था, इसलिए, अगले सत्र, यानी बजट सत्र में यह निलंबन अपने आप समाप्त हो गया है। बाकी 14 सांसदों के निलंबन का मामला विशेषाधिकार समितियों को भेजा गया था और उनका फैसला होने तक ये सदस्य निलंबित थे। इन 14 सांसदों में तीन लोकसभा और 11 राज्यसभा के सांसद थे। लोकसभा की विशेषाधिकार समिति ने 11 जनवरी को लोकसभा सांसदों का निलंबन रद्द कर दिया था, वहीं राज्यसभा सांसदों का निलंबन मंगलवार को रद्द किया गया।
बैठक के बाद कांग्रेस सांसद प्रमोद तिवारी ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि सर्वदलीय बैठक में उन्होंने असम में राहुल गांधी की यात्रा पर हुए हमले और राज्य सरकार की तरफ से लगाए गए प्रतिबंधों का मुद्दा उठाया। साथ ही हेमंत सोरेन, लालू प्रसाद समेत विपक्षी नेताओं को निशाना बनाने के लिए सीबीआई और ईडी के दुरुपयोग का भी जिक्र किया। दूसरी ओर संसदीय कार्य मंत्री प्रहलाद जोशी ने कहा कि संसद सत्र में सरकार हर मुद्दे पर चर्चा के लिए तैयार है। उन्होंने विपक्षी गठबंधन पर निशाना साधते हुए कहा- हमने पहले ही कहा था कि विपक्षी गठबंधन केवल फोटो शूट है। गठबंधन की मौत तो करीब हो ही गई है। इसका ब्रेन डेड है।