नई दिल्ली। खालिस्तानी आतंकवादी गुरपतवंत सिंह पन्नू के मामले में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पहली बार चुप्पी तोड़ी है। उन्होंने कहा है कि इन आरोपों की गंभीरता से जांच कराई जाएगी कि खालिस्तानी आतंकवादी पन्नू की हत्या की साजिश भारतीय नागरिक निखिल गुप्ता ने रची थी। गौरतलब है कि अमेरिका में इसे लेकर एक मुकदमा दर्ज हुआ है और वहां के कानूनी अधिकारियों ने सार्वजनिक रुप से इसकी जानकारी देते हुए कहा कि चेक गणराज्य में रहने वाले भारतीय नागरिक निखिल गुप्ता ने पन्नू को अमेरिकी धरती पर मारने की साजिश रची थी।
यह खुलासा होने के बाद पहली बार प्रधानमंत्री मोदी ने इस पर प्रतिक्रिया दी। ‘फाइनेंशियल टाइम्स’ अखबार से प्रधानमंत्री मोदी ने कहा- अगर कोई हमें कोई भी जानकारी देता है, तो हम निश्चित रूप से उसकी जांच करेंगे। उन्होंने कहा- अगर हमारे किसी नागरिक ने कुछ भी अच्छा या बुरा किया है, तो हम उसकी जांच करने के लिए तैयार हैं। प्रधानमंत्री ने कहा- हमारी प्रतिबद्धता कानून के शासन के प्रति है। गौरतलब है कि ‘फाइनेंशियल टाइम्स’ ने ही सबसे पहले इस मामले का खुलासा किया था।
प्रधानमंत्री मोदी ने जोर देकर कहा कि ऐसी घटनाओं से भारत-अमेरिका संबंध खराब नहीं होंगे। उन्होंने कहा- कुछ घटनाएं दुनिया की दो सबसे बड़ी अर्थव्यवस्थाओं और सबसे प्रमुख लोकतंत्रों के बीच संबंधों को पटरी से नहीं उतार सकतीं। अमेरिकी अधिकारियों का कहना है कि निखिल गुप्ता को एक भारतीय सरकारी कर्मचारी ने पन्नू की हत्या की योजना बनाने के लिए कहा। बदले में भारत में निखिल गुप्ता के खिलाफ एक आपराधिक मामला खत्म करने में मदद का वादा किया गया। इन आरोपों पर अपनी प्रतिक्रिया में भारतीय विदेश मंत्रालय ने कहा था- भारत ऐसे इनपुट को गंभीरता से लेता है, क्योंकि वे हमारे राष्ट्रीय सुरक्षा हितों पर भी प्रभाव डालते हैं, और संबंधित विभाग पहले से इस मुद्दे की जांच कर रहे हैं। सरकार ने एक उच्चस्तरीय जांच समिति भी गठित कर दी है।