नई दिल्ली। एक देश, एक चुनाव पर विचार करने के लिए पूर्व राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद की अध्यक्षता वाली आठ सदस्यों की कमेटी की पहली बैठक शनिवार को हुई। इस महीने की शुरुआत में कमेटी का गठन किया गया था और तब कहा जा रहा था कि संसद के पांच दिन के विशेष सत्र में सरकार देश के सभी चुनाव एक साथ कराने का विधेयक ला सकती है। लेकिन इस कमेटी की पहली बैठक संसद का विशेष सत्र समाप्त होने के बाद हुई है।
बताया जा रहा है कि पूर्व राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद की अध्यक्षता में हुई पहली बैठक में फैसला किया गया कि पूरे देश में एक साथ चुनाव के मुद्दे पर मान्यता प्राप्त राष्ट्रीय और क्षेत्रीय दलों के विचार लिए जाएंगे। इस मुद्दे पर सुझाव देने के लिए विधि आयोग को भी बुलाया जाएगा। दिल्ली के जोधपुर ऑफिसर्स हॉस्टल में हुई इस बैठक में अध्यक्ष पूर्व राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद सहित बाकी सदस्य शामिल हुए।
पूर्व राष्ट्रपति की अध्यक्षता में दो सितंबर को बनी इस कमेटी में गृह मंत्री अमित शाह और पूर्व सांसद गुलाम नबी आजाद सहित आठ सदस्य हैं। केंद्रीय कानून मंत्री अर्जुन राम मेघवाल कमेटी के विशेष सदस्य बनाए गए हैं। गौरतलब है कि भारत में लोकसभा और राज्यों के विधानसभा चुनाव अलग-अलग समय पर होते हैं। इसके अलावा स्थानीय निकायों के चुनाव अलग अलग समय पर होते हैं। ये सारे चुनाव एक साथ कराने पर लंबे समय से विचार हो रहा है। पहली बार केंद्र सरकार ने इस पर विचार के लिए इतनी उच्चस्तरीय कमेटी का गठन किया है।