जयपुर। राजस्थान में नए मुख्यमंत्री के लिए कुछ और इंतजार करना पड़ सकता है। अभी तक विधायक दल की बैठक के लिए समय तय नहीं किया गया है। इस बीच रविवार को दिल्ली से जयपुर लौटीं पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने अपनी ताकत दिखाई। राज्य के 13 विधायक उनके आवास पर मिलने पहुंचे। एक पूर्व विधायक ने उनकी तरफदारी करते हुए कहा कि राजस्थान की जो आर्थिक हालत है उसे देखते हुए किसी अनुभवी व्यक्ति को मुख्यमंत्री बनाना चाहिए। गौरतलब है कि भाजप की ओर से नए नेता को मुख्यमंत्री बनाने का संकेत दिया जा रहा है।
बहरहाल, विधायक दल की बैठक किसी अज्ञात कारण से टल रही है। भाजपा के केंद्रीय नेतृत्व ने आठ दिसंबर को ही तीन पर्यवेक्षकों के नाम की घोषणा की थी लेकिन अभी विधायक दल की बैठक तय नहीं हो पा रही है। यह भी कहा जा रहा है कि राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू सोमवार को लखनऊ के दौरे पर जाएंगी। इस वजह से राजस्थान के पर्यवेक्षक नियुक्त किए गए राजनाथ सिंह को लखनऊ में रहना पड़ सकता है क्योंकि वे वहां के सांसद हैं। तभी सोमवार की बजाय मंगलवार या बुधवार को बैठक होने की संभावना है।
इस बीच पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे रविवार सुबह दिल्ली से जयपुर पहुंचीं। दोपहर में राजे के सिविल लाइंस स्थित आवास पर भाजपा के 13 विधायक मिलने पहुंचे। विधायक दल की बैठक से पहले वसुंधरा से विधायकों के मिलने को अहम माना जा रहा है। विधायकों के साथ ही पूर्व प्रदेश अध्यक्ष अशोक परनामी, पूर्व मंत्री देवी सिंह भाटी, पूर्व मंत्री राजपाल सिंह शेखावत, पूर्व विधायक प्रहलाद गुंजल भी वसुंधरा से मिलने पहुंचे। गुंजल ने कहा कि पार्टी को किसी अनुभवी नेता को सीएम बनाना चाहिए।
इससे पहले पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने नव निर्वाचित विधायकों से शनिवार रात संवाद किया। वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए राष्ट्रीय अध्यक्ष नड्डा ने सभी विधायकों से बात की। विधायक पार्टी कार्यालय में इकट्ठा हुए थे। नड्डा ने विकसित भारत संकल्प यात्रा और पार्टी के आगामी कार्यक्रमों को लेकर विधायकों से बात की। राष्ट्रीय अध्यक्ष ने विधायकों को 17 दिसंबर तक संकल्प यात्रा की तैयारियां पूरा कर लेने के निर्देश दिए।