नई दिल्ली। सुप्रीम कोर्ट में गुरुवार को बड़ी सुनवाई है। मेडिकल में दाखिले के लिए हुई नीट यूजी की परीक्षा में पेपर लीक और दूसरी गड़बड़ियों को लेकर दायर याचिकाओं पर गुरुवार को सुनवाई होगी। इस मामले के अदालत के फैसले से 24 लाख छात्रों की किस्मत जुड़ी है। सर्वोच्च अदालत परीक्षा रद्द करने और परीक्षा नहीं रद्द करने दोनों के लिए दायर याचिकाओं पर सुनवाई करेगी। केंद्र सरकार और परीक्षा का आयोजन करने वाली नेशनल टेस्टिंग एजेंसी यानी एनटीए ने हलफनामा देकर साफ कर दिया है कि वे परीक्षा रद्द करने के पक्ष में नहीं हैं। इस बीच यह भी खबर है कि नीट की काउंसिलिंग का काम 20 जुलाई के बाद शुरू होगा।
गौरतलब है कि नीट यूजी की परीक्षा पांच मई को आयोजित की गई थी। जून के पहले हफ्ते में नतीजे आने के बाद इसमें कई तरह की गड़बड़ियों की खबरें आईं। डेढ़ हजार से ज्यादा छात्रों को ग्रेस मार्क्स देने से लेकर पेपर लीक और परीक्षा के बाद आंसर शीट भरे जाने जैसे कई मामले सामने आए। अब इनकी जांच सीबीआई कर रही है और उसने बिहार, झारखंड और गुजरात से एक दर्जन लोगों को गिरफ्तार किया है।
बहरहाल, सर्वोच्च अदालत की वेबसाइट पर 18 जुलाई की अपलोड की गई वाद सूची के मुताबिक, चीफ जस्टिस डीवाई चंद्रचूड़, जस्टिस जेबी पारदीवाला और जस्टिस मनोज मिश्रा की पीठ 40 से अधिक याचिकाओं पर सुनवाई करेगी। इनमें नीट यूजी की परीक्षा से जुड़ी याचिकाएं भी शामिल है। सर्वोच्च अदालत ने 11 जुलाई को परीक्षा रद्द करने, दोबारा परीक्षा कराने और नीट यूजी 2024 के आयोजन में कथित गड़बड़ी की जांच की मांग वाली याचिकाओं सहित अन्य याचिकाओं पर सुनवाई 18 जुलाई तक के लिए स्थगित कर दी थी, क्योंकि कुछ पक्षों को केंद्र और एनटीए के हलफनामे की प्रति नहीं मिली थी।