नई दिल्ली। मेडिकल में दाखिले के लिए हुई नीट यूजी की परीक्षा में पेपर लीक और दूसरी गड़बड़ियों की जांच कर रही सीबीआई को बड़ी सफलता मिली है। सीबीआई ने पेपर लीक मामले में बिहार के राकेश रंजन उर्फ रॉकी को गिरफ्तार किया है। बताया जा रहा है कि रॉकी ने ही नीट यूजी का पेपर लीक होने के बाद उसे हल कराकर एक आरोपी चिंटू के मोबाइल पर भेजा था। केंद्रीय जांच एजेंसी ने गुरुवार की सुबह रॉकी को गिरफ्तार कर कोर्ट में पेश किया। कोर्ट ने उसे 10 दिन की रिमांड पर सीबीआई को सौंप दिया। इस मामले में अब तक 11 आरोपियों की गिरफ्तारी हो चुकी है।
पेपर लीक का मामला सामने आने के बाद से ही रॉकी फरार चल रहा था। उसकी तलाश में पहले पटना पुलिस, फिर बिहार पुलिस की आर्थिक अपराध इकाई और फिर केस ट्रांसफर होने के बाद सीबीआई की टीम जुटी थी। रॉकी नालंदा जिले के हिलसा के गजेंद्रबीघा गांव का रहने वाला है। पिछले कुछ सालों से वह झारखंड की राजधानी रांची में रहकर रेस्टोरेंट चलाता है। बिहार में पेपर लीक का मुख्य सरगना संजीव मुखिया है। मामला सामने आने के बाद से ही यह फरार है।
माना जा रहा है कि गुरुवार को गिरफ्तार हुआ रॉकी फरार संजीव मुखिया का बेहद खास है। इसके पकड़े जाने के बाद अब सीबीआई को संजीव मुखिया के बारे में ठोस जानकारी मिलने की संभावना बढ़ गई है। वैसे उसकी गिरफ्तारी के लिए लगातार छापेमारी चल रही है। इससे पहले मंगलवार को भी इस मामले में सीबीआई की टीम ने दो लोगों को गिरफ्तार किया था। इसमें गया का रंजीत कुमार और नालंदा का सन्नी कुमार शामिल है। बुधवार को दोनों को कोर्ट में पेश किया गया था, जहां अदालत ने दोनों को छह दिन की सीबीआई हिरासत में भेज दिया।