नई दिल्ली। मेडिकल में दाखिले के लिए हुई नीट यूजी की परीक्षा रद्द करने की याचिका पर निर्णायक सुनवाई से पहले बड़ा तथ्य सामने आया है। सुप्रीम कोर्ट में हुई पिछली सुनवाई के आधार पर नेशनल टेस्टिंग एजेंसी यानी एनटीए ने सेंटर वाइज परीक्षा के नतीजे जारी किए हैं। इनसे पता चला है कि गोधरा और हजारीबाग के विवादित सेंटर्स से कोई परीक्षार्थी टॉपर नहीं है। इन दोनों जगह गड़बड़ी की बात एनटीए ने मानी है और सीबीआई ने इन दोनों जगहों से कई लोगों को गिरफ्तार किया है। सोमवार, 22 जुलाई को इस मसले पर निर्णायक सुनवाई होगी।
गौरतलब है कि सुप्रीम कोर्ट ने गुरुवार को एनटीए को आदेश दिया था कि वह शनिवार को दोपहर 12 बजे तक नीट यूजी परीक्षा का सिटी और सेंटरवाइज रिजल्ट जारी करे। आदेश के मुताबिक एनटीए ने अपनी आधिकारिक वेबसाइट एनटीए डॉट एसी डॉट इन पर नतीजे जारी किए। अदालत के आदेश के मुताबिक इसमें परीक्षार्थियों की पहचान जाहिर नहीं की गई है। नतीजे आने के बाद पता चला कि गोधरा और हजारीबाग के विवादित सेंटर्स से कोई भी परीक्षार्थी टॉपर नहीं है।
सबसे ज्यादा विवाद में रहे गोधरा के जय जलराम स्कूल के सेंटर से दो परीक्षार्थियों को छह अंक मिले हैं। इनके अलावा किसी भी परीक्षार्थी को छह सौ या उससे ज्यादा नंबर नहीं मिले हैं। जबकि बिहार, झारखंड से लेकर कर्नाटक तक के छात्रों ने परीक्ष केंद्र के रूप में इस स्कूल का चयन किया था। इसी तरह हजारीबाग के ओएसिस स्कूल के सेंटर पर भी बड़ी गड़बड़ी के सबूत मिले हैं लेकिन वहां भी कोई टॉपर नहीं है। गौरतलब है सुप्रीम कोर्ट ने सेंटर वाइज नतीजे जारी करने का आदेश इसलिए दिया था ताकि पता लगाया जा सके कि किसी खास सेंटर पर औसत या अनुपात से ज्यादा छात्रों को तो हाई मार्क्स नहीं मिले हैं।
गौरतलब है कि सुप्रीम कोर्ट में अब तक हुई सुनवाई के दौरान एनटीए ने भी गोधरा और हजारीबाग के परीक्षा केंद्रों पर गड़बड़ी की बात मानी है। झज्जर, हरियाणा के हरदयाल पब्लिक स्कूल सेंटर से एक साथ छह टॉपर्स आने से नतीजों पर सवाल खड़े हुए थे। सेंटर वाइज नतीजों में इस सेंटर से एक भी परीक्षार्थी का स्कोर 720 नहीं है। ध्यान रहे इस सेंटर पर दोबारा परीक्षा आयोजित नहीं की गई थी। नीट यूजी की परीक्षा 4,750 केंद्रों पर पांच मई को हुई थी। इसमें 24 लाख परीक्षार्थी शामिल हुए थे। पांच जून को परीक्षा परिणाम जारी हुआ था।
इससे पहले गुरुवार को सुनवाई में सुप्रीम कोर्ट ने सोमवार तक काउंसलिंग पर रोक लगाने से भी इनकार किया था। सुनवाई के दौरान सरकार की तरफ से सॉलिसीटर जनरल तुषार मेहता ने कहा था- काउंसलिंग में कुछ समय लगेगा। यह 24 जुलाई के आसपास शुरू होगी। इस पर चीफ जस्टिस डीवाई चंद्रचूड़ ने कहा- हम सोमवार को ही सुनवाई करेंगे।